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    पाकिस्तान में फिर होगा बवाल! इमरान खान के हजारों समर्थकों ने किया इस्लामाबाद कूच; हाई अलर्ट पर प्रशासन

    Updated: Thu, 22 Aug 2024 09:49 AM (IST)

    इमरान खान के समर्थकों ने पाकिस्तान में एक बार फिर इमरान खान की रिहाई को लेकर आवाज बुलंद कर दिया है। पूर्व पीएम इमरान खान के हजारों समर्थक पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं। पीटीआई समर्थकों ने आज दोपहर 3 बजे एक विशाल जलसा यानी रैली के आयोजन का एलान किया है।प्रशासन हाई अलर्ट पर है। स्कूल और कॉलेज को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।

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    पार्टी प्रमुख के रिहाई के लिए सड़को पर उतरे PTI समर्थक (फाइल फोटो)

    ऑनलाइन डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान बीते साल मई से जेल में बंद हैं। उनके समर्थकों ने बार-बार देश में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया है। इस कड़ी में एक बार फिर इमरान खान के हजारों समर्थकों ने पाकिस्तान के सड़कों पर उतरने का फैसला किया है।

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    पूर्व सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक आज फिर पूर्व पीएम की रिहाई को लेकर सड़कों पर उतरेंगे। इसमें खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और पंजाब के प्रांतों से हजारों की संख्या में पीटीआई समर्थक इस्लामाबाद पहुंच सकते हैं। पीटीआई समर्थकों ने दोपहर 3 बजे एक रैली करने का फैसला किया है। वहीं, पाक प्रशासन को डर है कि यह रैली पिछले साल मई जैसे हालात न पैदा कर दे।

    प्रशासन ने जलसा करने के NOC को किया रद्द

    इमरान खान द्वारा स्थापित पार्टी को पहले दिए गए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) को रद्द करने के बावजूद पीटीआई ने आज (गुरुवार) संघीय राजधानी में जलसा आयोजित करने की घोषणा की है। एक बयान में, आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि संघीय राजधानी में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

    सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला

    इस रैली के आयोजन को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर इस्लामाबाद जिला प्रशासन ने गुरुवार को सभी सार्वजनिक और निजी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है।

    राजनीतिक संघर्ष करना हमारा संवैधानिक और कानूनी अधिकार

    बुधवार को एक बयान में पीटीआई इस्लामाबाद के अध्यक्ष आमिर मुगल ने कहा कि जिला प्रशासन ने अधिसूचना रद्द कर दी है, लेकिन हमने जलसा रद्द नहीं किया है।शांतिपूर्ण तरीके से राजनीतिक संघर्ष करना हमारा संवैधानिक और कानूनी अधिकार है। 

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