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    बढ़े बिजली बिलों के खिलाफ पाकिस्तान की जनता सड़क पर उतरी, इलेक्टि्रक कार्यालयों पर बोला धावा

    प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बिजली बिलों पर अत्यधिक टैक्स का भार उठा पाना संभव नहीं है। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बैरियर लगाकर और टायर जलाकर सड़क पर यातायात बाधित कर दिया। प्रदर्शनकारियों के साथ स्थानीय लोग भी आ गए।

    By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Fri, 26 Aug 2022 08:34 PM (IST)
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    बिजली के बिल में अत्यधिक वृद्धि के बाद से लोग लगातार कर रहे विरोध प्रदर्शन

    कराची, एजेंसी। पाकिस्तान में बढ़े हुए बिजली बिल के खिलाफ जनता सड़क पर उतर आई और प्रदर्शन किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने कोरंगी जिले में के-इलेक्टि्रक कार्यालय पर धावा बोल दिया और साथ ही कराची के विभिन्न क्षेत्रों में भी प्रदर्शन किया।

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    एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने कराची के विभिन्न इलाकों में धावा बोल दिया और के-इलेक्टि्रक के कार्यालय में फर्नीचर तोड़ डाला। बढ़े हुए बिजली बिलों पर और बढ़ोत्तरी तथा बेहिसाब बिजली कटौती के कारण लोगों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा।

    प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बिजली बिलों पर अत्यधिक टैक्स का भार उठा पाना संभव नहीं है। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बैरियर लगाकर और टायर जलाकर सड़क पर यातायात बाधित कर दिया। प्रदर्शनकारियों के साथ स्थानीय लोग भी आ गए। उनका कहना था कि उनकी आय का एक बड़ा हिस्सा बिजली बिलों के भुगतान पर खर्च हो रहा है, जिस कारण उनकी जिंदगी बदतर हो गई है।

    पाकिस्तान में बिजली बिलों पर ईंधन लागत समायोजन (FCA) शुल्क में अत्यधिक वृद्धि के बाद से ही लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

    प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में पथराव कर सड़क में जलाए थे टायर 

    इससे पहले 12 अगस्त को लंबे समय से अघोषित लोड शेडिंग से निराश सचाल गोठ के नाराज निवासियों ने के-इलेक्ट्रिक (KE) कार्यालय की ओर कूच कर हमला कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने केई कार्यालय पर पथराव किया और उसके वाहनों के शीशे तोड़ दिए थे। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार कार्यालय के रास्ते में प्रदर्शनकारियों ने लंबे समय तक लोड शेडिंग के खिलाफ टायर भी जलाए थे।

    पीएम ने कहा, सरकार कर रही हर संभव प्रयास

    जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने प्रधान मंत्री शाहबाज ने कहा था कि संघीय सरकार देश के सामने आने वाले विशाल बिजली संकट को समाप्त करने के लिए रुके हुए बिजली संयंत्रों को पुनर्जीवित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।