पाकिसतान में मिला दूसरा एमपॉक्स केस, शरीर में घाव के साथ दिखते हैं ऐसे लक्षण; जानें कैसे फैलता है ये वायरस
पाकिस्तान में फिर से एमपॉक्स का केस मिला है। पाकिस्तान के सिंध में एक व्यक्ति में ये लक्षण दिखे हैं। व्यक्ति का इलाज जारी है और उसे आइसोलेशन में भेज दिया गया है। मरीज की पत्नी में भी एमपॉक्स के लक्षण दिखे थे हालांकि वो खुद ठीक हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने इस साल एमपॉक्स के दूसरे मामले की पुष्टि की। कराची में एक 29 वर्षीय व्यक्ति में एमपॉक्स मिला है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, मालिर जिले के शाह लतीफ शहर का निवासी मरीज वर्तमान में जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) में इलाज करा रहा है।
मरीज की पत्नी में भी थे लक्षण
जेपीएमसी के उप निदेशक डॉ याह्या टुनिओ ने कहा कि मरीज दो दिन पहले त्वचा के घावों के साथ अस्पताल पहुंचा था। उन्होंने कहा कि मरीज की हालत स्थिर है और उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। टुनिओ के अनुसार, मरीज की पत्नी, जो हाल ही में सऊदी अरब गई थी, उसे भी इसी तरह के घाव थे।
सूत्रों ने बताया कि मामले की पुष्टि के बाद अधिकारियों ने संपर्क ट्रेसिंग शुरू कर दी है, जबकि हवाई अड्डों और सीमा प्रवेश बिंदुओं पर स्क्रीनिंग के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
सिंध का है ये पहला मामला
सिंध में एमपॉक्स का यह पहला मामला है। अधिकारियों के अनुसार, इस साल का पहला मामला जनवरी में सामने आया था, जब पेशावर में खाड़ी देश से आने वाले एक यात्री में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। पिछले साल, एमपॉक्स के आठ मामले सामने आए थे, जबकि सरकार ने 2023 में नौ मामलों की पुष्टि की थी, ये सभी मध्य पूर्व और अन्य देशों से लौटने वाले यात्री थे।
वायरस को दो प्राथमिक क्लेड में बांटा गया है: क्लेड I और क्लेड II। 2022 से 2023 तक का हालिया वैश्विक प्रकोप मुख्य रूप से क्लेड II से जुड़ा था, जिसे क्लेड I की तुलना में हल्के लक्षण पैदा करने के लिए जाना जाता है।
अधिकारी ने कहा कि अब तक पाकिस्तान में क्लेड I का कोई मामला सामने नहीं आया है। एमपॉक्स, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक वायरल बीमारी है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है।
WHO ने बताया- कैसे फैलता है ये वायरस
एमपॉक्स के सामान्य लक्षण त्वचा पर लाल चकत्ते या म्यूकोसल घाव हैं, जो दो से चार सप्ताह तक रह सकते हैं, साथ ही बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कम ऊर्जा और सूजे हुए लिम्फ नोड्स भी हो सकते हैं।
डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट के अनुसार, "एमपॉक्स किसी ऐसे व्यक्ति के साथ निकट संपर्क के माध्यम से फैल सकता है जिसे एमपॉक्स है। दूषित पदार्थों के साथ या संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से भी ये फैल सकता है।"
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