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    WATCH: समय आ गया है कि भारत पाकिस्तान आर्मी के लिए तैयार करे Instrument of Surrender- PoK Activist

    By Jagran NewsEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Thu, 19 Jan 2023 08:57 AM (IST)

    Pakistan News पीओके के कार्यकर्ता डॉ अमजद अयूब मिर्जा ने कहा है कि समय आ गया है जब भारत को आगे आना चाहिए और पाक सेना के लिए एक और इंस्स्ट्रूमेंट ऑफ सरेंडर तैयार करना चाहिए। मिर्जा ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर में भुखमरी के हालात हैं।

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    PoK activist Dr Amjad Ayub Mirza Pak Army

    इस्लामाबाद, एएनआई। PoK Activist Dr Amjad Ayub Mirza: भारत का पड़ोसी मुल्क पूरी तरह से बेहाल है और कंगाली की कगार पर खड़ा नजर आ रहा है। पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है। आटा और दाल जैसी बुनियादी चीजें भी खरीदना आम लोगों के मुश्किल होता जा रहा है। अब इस तरह के हालात में पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के लोग पाकिस्तान से छुटकारा पाना चाहते हैं और भारत में शामिल होने की बात कर रहे हैं। पीओके में आटे की किल्लत ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है और सरकार चैन की नींद सो रही है। रोजमर्रा की चीजें जुटाने के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है।

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    'PoK में लोग भूख से मर रहे हैं'

    ब्रिटेन में रहने वाले पीओके के कार्यकर्ता डॉ अमजद अयूब मिर्जा पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान से आजाद कराने की मुहिम पिछले कई वर्षों से चला रहे हैं। अमजद अयूब मिर्जा पाकिस्तान पर लगातार हमलावर नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि समय आ गया है जब भारत को आगे आना चाहिए और पाक सेना के लिए एक और इंस्ट्रूमेंट ऑफ सरेंडर तैयार करना चाहिए। मिर्जा ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर में भुखमरी के हालात हैं और लोग मर रहे हैं।

    '1971 जैसे हालात'

    डॉ अमजद अयूब मिर्जा का कहना है कि पाकिस्तान में हर दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। खासकर पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान में लोगों के पास खाना नहीं है, बिजली नहीं है, पीने का पानी नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां वैसे ही हालात बन गए हैं जो 1971 में बांग्लादेश में बने थे। पाकिस्तान की आर्मी को ये समझ लेना चाहिए कि वो पीओके में शासन करने में सक्षम नहीं है और उसे अपने हथियार डाल देने चाहिए।

    'बच जाएगी लोगों की जान'

    डॉ अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों को लाइन ऑफ कंट्रोल पर भारतीय सेना से मिलकर इंस्ट्रूमेंट ऑफ सरेंडर पर साइन कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के इस कदम से खून-खराबे की नौबत नहीं आएगी और बेगुनाह लोगों की जान नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान में लोग भारत से मिलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

    सरकार है जिम्मेदार

    गौरतलब है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में खाद्य वस्तुओं की भारी कमी देखने को मिल रही है। यहां दंगे जैसे हालात बन रहे हैं। बाग और मुजफ्फराबाद सहित कई क्षेत्रों को आटे की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। लोग इस्लामाबाद और पीओके सरकार को खाने की भारी कमी के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। आटे के लिए लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। खाद्य संकट और महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान के कई वीडियो सोशल मीडिया खूब वायरल हो रहे हैं। इस संकट के दौर में बच्चों तक को खाना नहीं मिल रहा है।

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