बेरोजगारी, प्रताड़ना और महिलाओं की स्थिति... पाकिस्तान में बद से बदतर जिंदगी, रिपोर्ट में कई खुलासे
पाकिस्तान की आर्थिक, सामाजिक और मानव विकास संकेतकों से पता चलता है कि देश तेजी से गिरावट की ओर बढ़ रहा है। पाकिस्तान की वास्तविक जीडीपी विकास दर पिछले ...और पढ़ें
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पाकिस्तान की GDP विकास दर में लगातार गिरावट (फोटो- वर्ल्ड बैंक)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की आर्थिक, सामाजिक और मानव विकास संकेतकों से पता चलता है कि देश तेजी से गिरावट की ओर बढ़ रहा है। यह गिरावट दूसरे तुलनात्मक विकासशील देशों की तुलना में है, जिन्होंने अब लगातार और तेजी से पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है।
सबसे सरल और सबसे बुनियादी संकेतक जो आर्थिक विकास को शामिल करता है, वास्तविक जीडीपी विकास दर, पिछले चार दशकों से लगातार गिर रही है और यह संभावना नहीं है कि जीडीपी में इस लंबी अवधि की गिरावट को महत्वपूर्ण रूप से पलटा जा सके।
लगातार गिर रही है पाक की GDP
पाकिस्तान की वास्तविक जीडीपी विकास दर पिछले चार दशकों से लगातार गिर रही है। यह संभावना नहीं है कि जीडीपी में इस लंबी अवधि की गिरावट को पलटा जा सके। हर साल लगभग छह प्रतिशत के उच्च स्तर से इस लगातार गिरावट के कारण विकास दर मुश्किल से 3% तक पहुंच गई है।
मानव विकास में पिछड़ता पाकिस्तान
जब मानव विकास की बात आती है तो पाकिस्तान की 250 मिलियन आबादी की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई है। संयुक्त राष्ट्र के मानव विकास सूचकांक के मामले में, पाकिस्तान धीरे-धीरे नीचे गिर रहा है। 2020-21 में, पाकिस्तान 161वें स्थान पर था, 2023-24 में यह 164वें स्थान पर आ गया और लेटेस्ट सूचकांक में पाक 168वें स्थान पर आ गया है।
महिलाओं की दयनीय स्थिति
पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति हाल के सालों में और भी ज्यादा खराब हो गई है। ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट 2025 से पता चलता है कि पाकिस्तान सबसे निचले पायदान पर है। 148 देशों की राकिंग में पाकिस्तान 148वें नंबर पर है। साल 2024 से इसकी रैंकिंग तीन पायदान नीचे गिर गई थी।
शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर कैसे हैं हालात?
शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में भी पाकिस्तान पीछे है। बेसिक साक्षरता, पढ़ने और गणित के कौशल की कमी के कारण पकिस्तान दूसरे देशों से दशकों पीछे हैं और यह दूरी अगले कुछ सालों में और बढ़ेगी। पाक प्रधानमंत्री ने हाल में घोषणा की है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 'खतरे से बाहर' है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब डेटा दिखाता है कि वर्तमान समय में पाकिस्तान में बेरोज़गारी 7।1% है, जो 21 सालों में सबसे ज्यादा है।
बेरोजगारी और आर्थिक संकट
पाकिस्तान में बेरोज़गारी 7।1% है, जो 21 सालों में सबसे ज़्यादा है, जिसमें 5.9 मिलियन लोग बेरोज़गार हैं, जिनमें से 4.6 मिलियन अनपढ़ हैं। कुल इन्वेस्टमेंट-GDP अनुपात 1973 के बाद से सबसे कम, सिर्फ़ 13% है, और इसमें और गिरावट आ रही है।

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