Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पाकिस्तान में ईशनिंदा कानूनों के दुरुपयोग का हिंदुओं पर सबसे अधिक प्रभाव, रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 02:23 AM (IST)

    पाकिस्तान में हिंदुओं और सिंधियों के खिलाफ धार्मिक उग्रवाद बढ़ रहा है। ईशनिंदा के झूठे आरोप अल्पसंख्यकों के खिलाफ आतंक का साधन बन गए हैं। 2024 में 475 मामले दर्ज हुए हैं। हिंदू लड़कियों का अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन आम बात हो गई है। सिंध में तीन लड़कियों का अपहरण और बलात्कार किया गया। दशकों की उपेक्षा से कई हिंदू मंदिर जर्जर हो गए हैं।

    Hero Image
    पाकिस्तान में गलत प्राथमिकताओं की भरमार। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की गलत प्राथमिकताएं हिंदुओं और सिंधियों के खिलाफ अपमानजनक कानूनों और धार्मिक उग्रवाद के क्रूर उपयोग में स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू इन विकृत प्राथमिकताओं का शिकार बनते हैं क्योंकि ईशनिंदा के आरोप, जो अक्सर व्यक्तिगत विवादों या पूर्वाग्रहों के आधार पर बनाए जाते हैं, गैर-मुसलमानों के खिलाफ आतंक के उपकरण बन गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    श्रीलंका के प्रमुख समाचार पत्र द डेली मिरर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में पिछले तीन वर्षों में ऐसे मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है। केवल 2024 में, कम से कम 475 मामले दर्ज किए गए हैं। यह संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ी है, जो दर्शाती है कि देश में कानून का कितना आसानी से दुरुपयोग किया जा रहा है।

    अपराधियों को मिला है खुला लाइसेंस?

    रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया, ''अपमान का एक झूठा आरोप हत्या करने वाले दंगाइयों को भड़का सकता है। हिंसा के अपराधियों को कभी सजा नहीं मिलती, जिससे और अधिक अत्याचारों को बढ़ावा मिलता है।'' रिपोर्ट के अनुसार अपमानजनक कानून अल्पसंख्यकों के साथ निपटने के लिए एक खुला लाइसेंस प्रदान करते हैं।

    लड़कियों का अहरण कर इस्लाम अपनाने पर किया मजबूर

    2025 में हिंदू लड़कियों और यहां तक कि बच्चों के अपहरण और इस्लाम में मतांतरण के लिए मजबूर करने की प्रवृत्ति देखी गई है। जून में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तीन हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया गया और दुष्कर्म कर मतांतरण किया गया।

    पाकिस्तानी अधिकारियों ने मूंद लीं आंखे

    एक स्थानीय अदालत द्वारा यह स्वीकार करना कि नाबालिगों ने स्वेच्छा से अपना धर्म बदला, यह दर्शाता है कि ऐसे घटनाएं कितनी भयावह रूप से सामान्य हो गई हैं। मानवाधिकार समूहों के अनुसार सिंध और पंजाब में नाबालिग हिंदू लड़कियों के अपहरण और दुष्कर्म के बाद निकाह जारी हैं, जबकि पाकिस्तानी अधिकारियों ने आंखें मूंद ली हैं।

    हिंदुओं की धरोहरें ध्वस्त हो रही हैं। दशकों की उपेक्षा और बर्बरता ने अधिकांश हिंदू मंदिरों को खराब स्थिति में छोड़ दिया है। पाकिस्तान में 365 हिंदू मंदिरों में से केवल 13 को सरकार द्वारा सक्रिय रूप से बनाए रखा जाता है, जबकि 287 मंदिरों को अवैध कब्जे के लिए छोड़ दिया गया है। चरमपंथियों को पता है कि वे हिंदू तीर्थ स्थलों को बिना किसी दंड के अपमानित या यहां तक कि ध्वस्त कर सकते हैं।

    (न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

    यह भी पढ़ें- 'गुलाम कश्मीर खुद कहेगा, मैं भारत हूं', मोरक्को में बोले राजनाथ सिंह, किए कई अहम समझौते