Pakistan: बढ़ते आतंकवाद से परेशान होकर दक्षिण वजीरिस्तान में लोग कर रहे हैं प्रदर्शन, 8000 दुकानें बंद
दक्षिण वजीरिस्तान में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं के चलते लोगों में आक्रोश है। प्रर्शनकारियों की मांग है कि इलाके में जल्द से जल्द शांति कायम की जाए। प्रशासन के साथ बातचीन असफल होने के बाद लोगों ने रास्ते जाम कर दिए।

इस्लामाबाद, एजेंसी। दक्षिण वजीरिस्तान में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों में अपने नेताओं और स्थानीय प्रशासन के बीच बातचीन नाकाम होने के बाद रास्ते जाम कर दिए। दक्षिण वजीरिस्तान के मुख्यालय वाना में चल रहे धरने का मंगलवार को पांचवां दिन था। धरने का आह्वान वजीरिस्तान अमन ओलासी पसून (वजीरिस्तान पीस पब्लिक मूवमेंट) के द्वारा किया गया है। उनकी मांग है कि बार-बार आतंकी हमलों का सामना कर रहे जिले में शांति बहाल की जाए। बातचीत के असफल होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने यातायात को प्रभावित करने के लिए रास्ते पर बैरिकेड्स लगा दिया। प्रदर्शन के कारण वाना में 8000 से अधिक दुकानें बंद रहीं।
‘सरकार नहीं सुन रही मांगे’
वजीरिस्तान पीस पब्लिक मूवमेंट के प्रमुख इमरान मुखलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि प्रशासन के साथ बातचीत का सिलसिला पिछले पांच दिनों से चल रहा है, लेकिन यह किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। हम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन को यह संदेश देना चाहते हैं कि हम अपने देश में अमन चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को सुनने की जहमत नहीं उठा रही है।
‘कुछ मांगे मानने को तैयार हुआ है प्रशासन’
मुखलिस कहते हैं कि हम देश के संस्थानों से शांति की भीख मांग रहे हैं। हम अपने इलाके में शांति और बेहतर कानून-व्यवस्था चाहते हैं। प्रशासन के साथ बातचीन की हमारी कई कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों की कुछ मांगे मान ली हैं। इनमें पुलिस पेट्रोल ड्यूटी के साथ एफसी को शामिल करना, पुलिस स्टेशन के निर्माण में तेजी लाना और नई पुलिस पोस्ट की स्थापना करना शामिल है। मुखलिस कहते हैं कि अधिकारियों के साथ लंबी बातचीत के बावजूद वजीरिस्तान पीस पब्लिक मूवमेंट की नेगोसिएशन कमेटी का मानना है कि प्रशासन आदिवासी लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए संवैधानिक और कानूनी शक्तियों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।
आम लोग भी कर रहे हैं प्रदर्शन
दक्षिण वजीरिस्तान में हाल के दिनों में आतंकवाद बढ़ने और कानून व्यवस्था में आई कमी को लेकर लोगों में आक्रोश है। इसके खिलाफ प्रदर्शन तेजी से जोर पकड़ रहा है। इस प्रदर्शन में आम नागरिकों के अलावा पाकिस्तान की तमाम राजनीतिक पार्टियां भी शामिल हो रही हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।