पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने अपनी ही पार्टी के बयानों से काटी कन्नी, शहबाज ने भी इमरान को खूब लताड़ा
पाकिस्तान में नए आर्मी चीफ की नियुक्ति को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। सियासी हलकों में इसका काफी शोर सुना जा रहा है। पीटीआई इसको लेकर सरकार पर हमलावर हो रही है। वहीं राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पार्टी के बयानों से किनारा कर लिया है।

इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने अपनी ही पार्टी पीटीआई के हालिया बयानों से दूरी बना ली है। हाल ही में पीटीआई लगातार सरकार पर जानबूझकर नए आर्मी चीफ की तैनाती न करने को लेकर निशाना साध रही है। सोमवार को भी पीटीआई के वरिष्ठ नेता फव्वाद चौधरी ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में गले तक डूबे हुए हैं उन्हें नए आर्मी चीफ की नियुक्ति करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि पीटीआई की ही तरह पाकिस्तान आर्मी भी देश की सुरक्षा चाहती है। लेकिन ये भी जरूरी है कि देश की आर्मी का नया चीफ देश के लिए इमानदार हो।
आपको बता दें कि आरिफ अल्वी पीटीआई के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। इमरान खान की सरकार गिरने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा देने के बाबत इमरान खान से बात की थी, लेकिन उनके मना करने पर ही वो अपने पद पर बने रहे थे। पिछले दिनों राष्ट्रपति अल्वी ने इमरान खान से ही मौजूदा हालातों में राजनीति न करने की अपील की थी। उनका कहना था कि देश के मौजूदा हालात बेहद खराब हैं। लाखों लोग बेघर हैं, फसलें खराब हो गई हैं, हर तरफ हालात खराब हैं। ऐसे में नेताओं को राजनीति छोड़कर लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने ये बयान इमरान खान की झेलम में हुई रैली के बाद दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि बाढ़ बारिश, सूखा और युद्ध में भी रैलियां बंद नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये हकीकी जंग है।
पिछले दिनों खुद इमरान खान ने ही मौजूदा सराकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये सरकार अपने मन मुताबिक अपने इशारों पर नाचने वाला आर्मी चीफ नियुक्त करना चाहती है। उन्होंने ये भी कहा था कि यदि ऐसा हो गया तो ये भ्रष्ट लोग आरोपों से बच जाएंगे। इसलिए ही ये सरकार चुनाव का ऐलान नहीं कर रही है। गौरतलब है कि आर्मी चीफ की तैनाती के नाम पर पाकिस्तान में काफी समय से सियासत चल रही है। शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के डिफेंस डे के मौके पर कहा कि जो कोई भी देश और आर्मी के बीच में दरार डालने की कोशिश करता है वो देश का दोस्त कभी नहीं हो सकता है।
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