इमरान की एक और बौखलाहट आई सामने, अब आरएसएस पर साधा निशाना; भाजपा ने किया पलटवार
इमरान खान ने अबकी बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा है। उन्होंने संघ की विचारधारा की तुलना नाजी सोच से करते हुए रविवार को आरोप लगाया कि यह कश्मीर तक सीमित नहीं रहेगी।
इस्लामाबाद, एएनआई। जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में भारत द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले से बेचैन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपना गुबार निकालने के लिए फिर सोशल मीडिया का सहारा लिया। उन्होंने अबकी बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा है। उन्होंने संघ की विचारधारा की तुलना नाजी सोच से करते हुए रविवार को आरोप लगाया कि यह कश्मीर तक सीमित नहीं रहेगी।
पहले यह भारत केममुसलमानों का दमन करेगी और बाद में पाकिस्तान को निशाना बनाएगी। खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर आरोप लगाया है कि कश्मीर में एक धर्म विशेष में विश्वास करने वाले लोगों को समाप्त कर वहां की जनसांख्यिकी संरचना बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे डर है कि नाजियों की आर्य श्रेष्ठता की तरह ही हिंदू श्रेष्ठता की संघ की विचारधारा कश्मीर तक सीमित नहीं रहेगी। पहले भारत में मुसलमानों का दमन किया जाएगा और अंतत: पाकिस्तान को निशाना बनाया जाएगा।
इमरान ने जम्मू-कश्मीर पर लिए गए भारत सरकार के फैसलों को हिटलर के 'लेबेनसरॉम' का 'हिंदू श्रेष्ठतावादी संस्करण बताया, जिसमें जर्मनों की बढ़ती आबादी के लिए भूभाग पर कब्जा किया गया था।' उन्होंने कहा कि कश्मीर में अत्याचार और नरसंहार हो रहा है और यह काम संघ की नाजीवादी विचारधारा के अनुरूप किया जा रहा है। खान ने अपने ट्वीट के अंत में पूछा है 'क्या दुनिया यह सब देखती रहेगी और वैसे ही तुष्टीकरण करती रहेगी -जैसा हिटलर का म्यूनिख में किया गया था?'
इमरान खान की इस टिप्पणी का भारतीय जनता पार्टी के नेता राम माधव करारा जवाब दिया है। उन्होंने इमरान पर पलटवार करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि दुनिया भर में आतंक फैलाने वाला पाकिस्तान कितना बौखला गया है। दुनिया को पाकिस्तान पोषित आतंकवाद से चुनौती है, भारत से कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने जिन्ना के दो राष्ट्र और शेख अब्दुल्ला के तीन राष्ट्र के सिद्धांत को खत्म किया है।
बता दें कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के भारत के फैसले के खिलाफ दुनियाभर के नेताओं से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा है। यहां तक कि पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक ने भी वाशिंगटन और न्यूयॉर्क में अमेरिकी सांसदों से मुलाकात की। पाकिस्तानी राजनयिक की ओर से कहा गया कि यदि अमेरिकी नेताओं की ओर से मध्यस्थता नहीं की गई तो भारत-पाक के बीच युद्ध की स्थिति पैदा होगी।
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