Pakistan Petrol Prices : पहले से त्रस्त जनता पर महंगाई की एक और मार, फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
रिकॉर्ड किए गए वीडियो बयान में वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि गैसोलीन या पेट्रोल दोनों ईंधन की कीमतें 19.95 पाकिस्तानी रुपये बढ़कर 272.95 पाकिस्तानी रुपये ($0.952) प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 19.90 रुपये बढ़कर 273.40 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी जो कि 7.8% की वृद्धि है। इसके अलावा जुलाई के दौरान बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 16% चढ़ गईं।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 01 Aug 2023 06:20 PM (IST)
इस्लामाबाद, रायटर। आर्थिक संकट और कमरतोड़ महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान के लोगों की दिक्कतें आसान होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ खाने-पीने की जरूरी चीजों के भाव आसमान छू रहे हैं तो दूसरी ओर डीजल-पेट्रोल के भाव महंगाई और बढ़ा रहे हैं। इस बीच, पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौते में निर्धारित वित्तीय उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की गई है।
लगातार बढ़ रही हैं कीमतें
सांख्यिकी ब्यूरो ने मंगलवार को एक बयान में कहा, जुलाई में देश का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (consumer price Index) साल-दर-साल बढ़कर 28.3% हो गया, जुलाई में कीमतें पिछले महीने से 3.5% बढ़ीं। वहीं, जून में सीपीआई वृद्धि साल-दर-साल 29.4% थी, जो मई में रिकॉर्ड 38% कम थी।रिकॉर्ड किए गए वीडियो बयान में, वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि गैसोलीन या पेट्रोल दोनों ईंधन की कीमतें 19.95 पाकिस्तानी रुपये बढ़कर 272.95 पाकिस्तानी रुपये ($0.952) प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 19.90 रुपये बढ़कर 273.40 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी, जो कि 7.8% की वृद्धि है। इसके अलावा, जुलाई के दौरान बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 16% चढ़ गईं।
क्या कहा वित्त मंत्री ने ?
वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि पिछले 15 दिनों में वैश्विक बाजारों में ईंधन की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं और उनकी सरकार ने बढ़ोतरी को कम करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि देश कठिन राजकोषीय अनुशासन उपायों पर आठ महीने की बातचीत के बाद 30 जून को अंतिम रूप दिए गए आईएमएफ स्टैंडबाय समझौते से पीछे हटने की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने कहा, ''आप सभी जानते हैं कि पेट्रोलियम लेवी के संबंध में आईएमएफ के साथ हमारी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताएं हैं।'' उन्होंने कहा कि वादों के बिना वृद्धि कम हो सकती थी।