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    इमरान खान की सरकार को तालिबान से बड़ा झटका, अफगानिस्तान से हुए हमले में पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत

    अफगानिस्तान के भीतरी हिस्से से आतंकियों की गोलीबारी में उत्तर पश्चिमी कुर्रम जिले की सीमा चौकी पर रविवार को पांच पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना का कहना है कि तालिबान के आने से इस तरह का यह दूसरा हमला है।

    By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Mon, 07 Feb 2022 02:26 AM (IST)
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    अफगानिस्तान के भीतरी हिस्से से आतंकियों की गोलीबारी में रविवार को पांच पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।

    डेरा इस्माइल खान, रायटर। अफगानिस्‍तान की तालिबान सरकार से इमरान खान की सरकार को बड़ा झटका लगा है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान के भीतरी हिस्से से आतंकियों की गोलीबारी में उत्तर पश्चिमी कुर्रम जिले की सीमा चौकी पर रविवार को पांच पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि अगस्त में काबुल पर तालिबान आतंकियों के नियंत्रण के बाद से इस तरह का यह दूसरा हमला है।

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    पाकिस्‍तानी सेना ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में कई हताहत हुए हैं। पाकिस्तान ने पहली बार स्वीकार किया है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल उसके खिलाफ किया किया जा रहा है। सेना की मीडिया शाखा ने कहा कि अफगानिस्तान के भीतर मौजूद आतंकियों ने कुर्रम जिले में पाकिस्तानी सैनिकों पर गोलीबारी की।

    पाकिस्‍तानी सेना ने बयान जारी कर कहा कि हमारे खिलाफ अफगानिस्तान की जमीन का आतंकियों द्वारा किए जा रहे इस्तेमाल की पाकिस्तान आलोचना करता है। हम उम्मीद करते हैं कि अफगानिस्तान का मौजूदा नेतृत्व इस मुद्दे पर ध्यान देगा। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने रविवार को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है।

    तालिबान सरकार ने अपने क्षेत्र से गोलीबारी से इन्कार किया है। सरकार के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने कहा, 'हम दूसरे देशों खास तौर से अपने पड़ोसियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि किसी को भी उनके खिलाफ अफगान जमीन का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।' तालिबान ने पिछले वर्ष टीटीपी और पाकिस्तान सरकार के बीच वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी।

    यह घटना ऐसे वक्‍त में सामने आई है जब हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद यूसुफ की तालिबान सरकार से बात हुई थी। इस वार्ता में तालिबान ने आश्वस्त किया था कि पड़ोसियों पर हमले के लिए अफगान धरती का इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा। पाकिस्‍तान कहता रहा है कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कमांडर अफगानिस्तान में रहकर पाकिस्तान में आतंकी हमले करवा रहे हैं।