ISIS के आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा पाकिस्तान, पहलवान मूसा की मौत से मिले मौजूदगी के सुराग
पाकिस्तान लगातार आइएस जैसे आतंकी समूहों की अपनी धरती पर मौजूदगी से इनकार करता रहा है, लेकिन हालिया घटनाक्रम कुछ और ही कहानी बयां करते हैं। आइएस-खोरासान अभी भी पाकिस्तान में सक्रिय है और प्रशिक्षण केंद्र चला रहा है। पेशावर में नुसरत की हत्या और सईदुल्लाह की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सईदुल्लाह ने पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेने की बात कबूली है।

पाकिस्तान में ISIS प्रशिक्षण शिविरों। प्रतीकात्मक फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान लगातार दावा करता रहा है कि आइएस जैसा कोई आतंकी समूह उसके क्षेत्र में सक्रिय नहीं हैं। हालांकि, हालिया घटनाक्रमों से पता चलता है कि आइएस-खोरासान अब भी पाकिस्तान में सुरक्षित पनाहगाह और सक्रिय नेटवर्क बनाए हुए है। पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट के प्रशिक्षण केंद्र चल रहे हैं।
अफगान सैन्य विश्लेषकों ने कहा कि आइएस-के के प्रमुख सदस्यों में से एक नुसरत हाल ही में पेशावर में मारा गया। वह पहलवान मूसा और अबू जार नाम से भी जाना जाता था। पेशावर में उसकी हत्या ने एक बार फिर पाकिस्तान में समूह की मौजूदगी और गतिविधियों को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
पाकिस्तान में ISIS प्रशिक्षण शिविरों का खुलासा
नुसरत ने 2022 और 2023 के दौरान काबुल में हमलों की योजना बनाने में भूमिका निभाई थी। अफगान सुरक्षा सूत्रों ने सईदुल्लाह नाम के एक आइएस आतंकी की गिरफ्तारी की भी पुष्टि की है, जिसने तोरखम सीमा पार कर अफगानिस्तान में घुसपैठ से पहले पाकिस्तान में प्रशिक्षण लेने की बात स्वीकारी है।
आतंकी सईदुल्लाह ने कबूली पाकिस्तान में ट्रेनिंग
तालिबान अफगानिस्तान के अधिकारियों द्वारा जारी वीडियो में हिरासत में लिए गए आतंकी ने कबूल किया कि वह 'मोहम्मद' नाम के फर्जी पहचान पत्र के जरिए अफगानिस्तान में दाखिल हुआ था। उसने क्वेटा में प्रशिक्षण लिया था। इस गिरफ्तारी ने आतंकवादी तत्वों को पनाह देने और प्रशिक्षित करने में पाकिस्तान की भूमिका पर फिर से क्षेत्रीय बहस छेड़ दी है।
(न्यूज एजेंसी ANI के इनपुट के साथ)

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