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    Pakistan Flood: बाहरी दुनिया की मदद के भरोसे पाकिस्‍तान, बाढ़ के बाद खाद्य पदार्थों की किल्‍लत तो महंगाई की भी पड़ रही मार

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Mon, 12 Sep 2022 05:16 PM (IST)

    बाढ़ ने पाकिस्‍तान की हालत काफी पतली कर दी है। बाढ़ के बाद देश में खाद्य पदार्थों की भारी किल्‍लत है। इसके अलावा महंगाई ने पहले ही लोगों की हालत खराब कर रखी है। ऐसे में पाकिस्‍तान दूसरों के ही आसरे है।

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    पाकिस्‍तान में खाने पीने की चीजों की भारी कमी है।

    इस्‍लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्‍तान में बाढ़ और बारिश ने सारे पुराने रिकार्ड तोड़ दिए हैं। देश के करीब 81 जिले इसकी चपेट में हैं। इनमें सबसे अधिक प्रभावित बलूचिस्‍तान फिर सिंध, खैबर पख्‍तंख्‍वां और दक्षिणी पंजाब है। लाखों हेक्‍टेयर की फसल पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री से जुड़े उद्योगों को कपास की कमी की वजह से इस बार जबरदस्‍त नुकसान होने की आशंका है। इस बीच पाकिस्‍तान में जहां खाद्य पदार्थों की जबरदस्‍त किल्‍लत महसूस की जा रही है वहीं देश में महंगाई भी अपने पुराने सभी रिकार्ड तोड़ने पर आमादा है। सिंध प्रांत के मुख्‍यमंत्री ने बाढ़ पीडि़तों के लिए भोजन समेत रहने के लिए स्‍थायी टैंटों की कमी पर चिंता जाहिर की है। इस बीच पाकिस्‍तान के पीएम शहबाज शरीफ ने तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसैप तैयप इर्दोगन से फोन पर बात की है। उन्‍होंने बाढ़ और इसके बाद के हालातों के बारे में राष्‍ट्रपति इर्दोगन से बताया है।

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    युद्ध स्‍तर पर हो रही मदद 

    सरकार के मुताबिक बाढ़ पीडि़तों के लिए युद्ध स्‍तर पर काम किए जा रहे हैं। उनके लिए तंबू और दूसरी चीजों की सप्‍लाई तेजी से की जा रही है। इसके बाद भी लाखों की संख्‍या में लोग भूखे सोने को मजबूर हैं। पाकिस्‍तान की सरकार ये मान चुकी है कि देश में बाढ़ से फसलों को नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से देश में खाद्य पदार्थों की जबरदस्‍त किल्‍लत हो रही है। इसके बाद भी सरकार केवल चीन और अफगानिस्‍तान के ही भरोसे बैठी है। यहां से पाकिस्‍तान ने फलों और सब्जियों का आयात किया है।

    अंतिम विकल्‍प भारत 

    भारत को वो सबसे अंतिम विकल्‍प के रूप में देख रही है। पाकिस्‍तान पूरी दुनिया से मदद जुटाने में लगा हुआ है। हालांकि भारत को लेकर पाकिस्‍तान ने पूरी तरह से मुंह फेरा हुआ है। ये हाल तब है जब खुद पीएम मोदी ने पाकिस्‍तान की बाढ़ पर चिंता जाहिर की थी। तुर्की ने भी पाकिस्‍तान में राहत सामग्री भेजी है। राष्‍ट्रपति इर्दोगन से हुई बातचीत में पीएम शरीफ ने इसके लिए उनका धन्‍यवाद किया हे। बता दें कि तुर्की की तरफ से दर्जन भर सैन्य विमा पाकिस्तान: महिलाओं ने कहा "हम पर्दे के पीछे रहते थे, अल्लाह ने उस पर्दे को हटा दिया "

    शरीफ का इर्दोगन को धन्‍यवाद

    पीएम शरीफ ने राष्‍ट्रपति इर्दोगन से बातचीत के दौरान और मदद की अपील की है। गौरतलब है कि बाढ़ की वजह से करीब 6.6 लाख लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। हजारों की संख्‍या में घर नष्‍ट हुए हैं। पिछले दिनों यूएन चीफ ने पाकिस्‍तान के लिए दुनिया से मदद करने की अपील की थी। आपको बता दें कि पाकिस्तान की अधिकतर आबादी कृषि पर आधारित है। गेंहू भी पाकिस्‍तान काफी मात्रा में अफगानिस्‍तान और दूसरे देशों से आयात करता है। बाढ़ की वजह से फसलों के नष्‍ट होने से स्‍थानीय बाजारों में खाद्य पदार्थों की जो कमी हुई है उसकी ही वजह से सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं।

    एक तिहाई हिस्‍सा जलमग्‍न 

    इस बाढ़ और बारिश से इस बार पाकिस्तान का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया है। इस बार करीब 90 फीसद बारिश अधिक रिकार्ड की गई है। पाकिस्‍तान के मुताबिक इस बाढ़ से करीब 10 अरब डालर का नुकसान हो चुका है। हालांकि सरकार ने माना है कि ये नुकसान इससे भी ज्‍यादा हो सकता है। वहीं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) का कहना है कि इस बाढ़ से गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही हे।  

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