ऑपरेशन सिंदूर के बाद झुकने को मजबूर हुआ पाकिस्तान, भारत के साथ बातचीत की जताई इच्छा
शनिवार देर रात राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जल संसाधनों के बंटवारे और कश्मीर सहित लंबे समय से जारी मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्वक बातचीत का रास्ता अपनाया जाना चाहिए। पाकिस्तान ने भारत के साथ बनी सहमति पर क्षेत्रीय शांति के हित में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि कश्मीर, सिंधु जल संधि और आतंकवाद भारत के साथ प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं और पड़ोसी देश के साथ भविष्य में होने वाली किसी भी वार्ता में इन पर चर्चा की जा सकती है।
एक टेलीविजन चैनल ने आसिफ के हवाले से कहा कि ये तीन प्रमुख मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा हो सकती है। यदि संघर्ष विराम से शांति का मार्ग प्रशस्त होता है, तो यह स्वागत योग्य बात होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अभी निश्चित रूप से कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
शहबाज शरीफ भी चाहते हैं बातचीत
आसिफ ने कहा कि समय बीतने के साथ शांति के अवसर पैदा हो सकते हैं। हमें उम्मीद है कि भारत और विशेषकर इसका नेतृत्व किसी दिन पार्टी हितों से अधिक क्षेत्र के भविष्य को प्राथमिकता देगा। समानता पर आधारित शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व दक्षिण एशिया की प्रगति की कुंजी है।
उन्होंने चीन, तुर्किये, अजरबैजान और खाड़ी साझेदारों सहित प्रमुख सहयोगियों और मित्र देशों से मिले कूटनीतिक समर्थन की सराहना की है। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत से संघर्ष के दौरान एकता और अखंडता का प्रदर्शन करने के लिए अपने गठबंधन सहयोगियों और विपक्ष सहित देश के राजनीतिक नेतृत्व को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयासों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
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