क्या है सच्चाई: पाक सेना का दावा- ट्रेन हाईजैक ऑपरेशन खत्म; बलूच आर्मी बोली- 100 जवान मारे, 150 अभी भी बंधक
पाक सेना का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान 33 विद्रोहियों 21 यात्रियों के अलावा सुरक्षाबलों के चार जवान मारे गए। दूसरी तरफ बलूच विद्रोहियों ने सुरक्षाबलों के 100 जवानों को मारने के साथ ही 150 बंधकों के कब्जे में होने का दावा किया है। पाकिस्तानी सेना ने सभी बंधकों को मुक्त कराने के साथ आपरेशन खत्म होने का दावा किया है।
पीटीआई, कराची। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक को लेकर पाकिस्तानी सेना और बलूच विद्रोहियों ने परस्पर विरोधी दावे किए हैं। पाकिस्तानी सेना ने सभी बंधकों को मुक्त कराने के साथ ऑपरेशन खत्म होने का दावा किया है।
बलूच विद्रोहियों ने 100 जवानों को मौत के घाट उतारा
सेना का कहना है कि आपरेशन के दौरान 33 विद्रोहियों, 21 यात्रियों के अलावा सुरक्षाबलों के चार जवान मारे गए। दूसरी तरफ, बलूच विद्रोहियों ने सुरक्षाबलों के 100 जवानों को मारने के साथ ही 150 बंधकों के कब्जे में होने का दावा किया है।
जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में 440 यात्री सवार थे
विद्रोहियों ने चेतावनी दी है कि दोबारा सैन्य कार्रवाई हुई तो सभी बंधकों को तुरंत मार दिया जाएगा। मानवाधिकार कार्यकर्ता ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से अधिक ताबूत लाए जाने का दावा किया है, जिससे संकेत मिलता है कि पूरी कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं।
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा कि क्वेटा से पेशावर जा रही नौ बोगियों वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में 440 यात्री सवार थे। मंगलवार दोपहर एक बजे विद्रोहियों ने ओसी पुर के बोलन इलाके में पटरी को उड़ा दिया था।
मौके पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया- सेना
सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने बचाव अभियान शुरू किया और बुधवार शाम को सफलतापूर्वक सैन्य अभियान पूरा किया। मौके पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया है। सबसे पहले बंधकों के बीच मौजूद फिदायीनों को स्नाइपरों ने मार गिराया और फिर हर बोगी की तलाशी लेकर बचे हुए विद्रोही मारे गए। सभी बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
पाक सेना, फ्रंटियर कार्प्स, एसएसजी और वायुसेना ने इस आपरेशन को अंजाम दिया। पूरे आपरेशन के दौरान विद्रोही सैटेलाइट फोन के जरिये अफगानिस्तान में बैठे हमले के मास्टरमाइंड और आकाओं के संपर्क में थे। सभी विद्रोहियों और उनके आकाओं को मार गिराया जाएगा, फिर चाहे वे कहीं भी हों।
214 यात्रियों को बंधक बनाने का दावा
इससे पूर्व पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा था कि शरीर में बम बांधकर यात्रियों के बीच बैठे विद्रोहियों से बचाव अभियान में मुश्किल आ रही है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मंगलवार को हाईजैक की जिम्मेदारी लेते हुए 214 यात्रियों को बंधक बनाने का दावा किया था।
बलूच कैदियों को छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था
बीएलए ने बंधकों के बदले बलूच कैदियों को छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। एक्स हैंडल पर बुधवार रात जारी बयान में बीएलए के प्रवक्ता जीयांद बलूच ने दावा किया कि दो दिनों में पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के 100 जवान मारे गए।
बंधक बनाए गए 50 जवानों को बुधवार और 10 जवानों को मंगलवार को मारा गया। जबकि सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के 40 और बीएलए के तीन सैनिक मारे गए। अभी भी 150 बंधक कब्जे में हैं। अब अंतिम चेतावनी है कि फिर से सैन्य हमला होने पर सभी बंधकों को तुरंत मार दिया जाएगा।
पाकिस्तान के पास केवल 20 घंटे बचे हैं
पाकिस्तान के पास केवल 20 घंटे बचे हैं। दरअसल, बचे हुए लोगों ने दावा किया था कि विद्रोहियों ने ट्रेन में बैठे सुरक्षाबलों के जवानों को ही बंधक बनाया था और आम यात्रियों को छोड़ दिया।
क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से ज्यादा ताबूत लाए गए
वहीं, कई पाकिस्तानी मीडिया के इंटरनेट मीडिया हैंडल पर ट्रेन में यात्रा करने वाले करीब 200 सुरक्षाबलों के जवानों की सूची जारी की गई थी, जिसके चलते ही हाईजैकिंग की आशंका जताई गई।मानवाधिकार कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने एक बयान में बताया कि क्वेटा रेलवे स्टेशन पर 200 से ज्यादा ताबूत लाए गए हैं।
अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया
इसका मतलब है कि पाक सेना ने समझौता नहीं करने का मन बना लिया है, जिसका मतलब है अपने सैन्यकर्मियों को मरवाने का फैसला कर लिया है। अब तक क्वेटा में 30-40 सैन्यकर्मियों के शव आ चुके हैं और आसपास के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।