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    SCO Summit: पाकिस्तान कश्मीर तो चीन लद्दाख के लिए रोया... एक सुर में बोले- जल्द हो लंबित विवादों का समाधान

    Updated: Wed, 16 Oct 2024 11:42 PM (IST)

    SCO Summit 2024 India China Pakistan पाकिस्तान और उसके दोस्त चीन ने बुधवार को संघाई सहयोग संघठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय वार्ता में कश्मीर और लद्दाख का मुद्दा उठाया। चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त बयान में कहा कि कश्मीर और लद्दाख का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय कानूनों और द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार हल किया जाना चाहिए।

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    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग। (Photo ANI)

    पीटीआई, इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने का परोक्ष जिक्र करते हुए चीन और पाकिस्तान ने भारत की इस एकतरफा कार्रवाई के प्रति अपना विरोध दोहराया है। साथ ही कहा कि इस मुद्दे को प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय कानूनों एवं द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार सुलझाया जाना चाहिए।

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    संयुक्त बयान

    चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग की पाकिस्तान यात्रा के सिलसिले में जारी संयुक्त बयान में कहा गया, ''दोनों पक्षों ने दक्षिण एशिया में शांति व स्थिरता बनाए रखने के महत्व, सभी लंबित विवादों के समाधान की आवश्यकता तथा किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध करने की बात दोहराई।''

    जम्मू-कश्मीर विवाद इतिहास का अंश

    पाकिस्तान ने चीन को जम्मू-कश्मीर की स्थिति के नवीनतम घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी, वहीं चीन ने दोहराया कि जम्मू-कश्मीर विवाद इतिहास का अंश है और इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर, प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों व द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार उचित और शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए। हालांकि संयुक्त बयान में भारत द्वारा अनुच्छेद-370 हटाने जाने का सीधे तौर पर कोई उल्लेख नहीं किया गया।

    चीन ने लद्दाख का उठाया मुद्दा

    पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के कदम का विरोध किया है, जबकि चीन ने लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इससे उसकी क्षेत्रीय संप्रभुता कमजोर होती है।

    चीनी काफिले पर आत्मघाती हमले

    चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग की पाकिस्तान यात्रा बीएलए आतंकवादियों द्वारा चीनी काफिले पर आत्मघाती बम हमले के तुरंत बाद हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।

    पाकिस्तान में बार-बार हो रहे आतंकवादी हमले

    बीजिंग में इस यात्रा पर टिप्पणी करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने इस अटकल को कमतर आंका कि पाकिस्तान में बार-बार होने वाले आतंकवादी हमले और मौजूदा राजनीतिक अराजकता उनके द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को प्रभावित कर रहे हैं।

    चीन और पाकिस्तान की दोस्ती हुई मजबूत

    उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान हर मौसम में रणनीतिक साझेदार हैं और उनके बीच अटूट दोस्ती है। प्रधानमंत्री ली कियांग ने पाकिस्तानी सरकार, संसद और सेना के नेताओं के साथ व्यापक और गहन बातचीत की, जिससे 'सकारात्मक परिणाम' मिले। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि चीन और पाकिस्तान के बीच "अटल दोस्ती" समय के साथ और भी मजबूत होती गई है।

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