पाकिस्तान में आतंकियों ने अपने साथियों को छुड़ाने के लिए अपनाया अलग पैंतरा, सामने रखीं दो शर्तें
आतंकवादियों ने अपने सहयोगियों को जेल से रिहा करने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए सड़क को जाम कर दिया। यह सड़क पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (KP) और गिलगित बाल्टिस्तान (GB) को आपस में जोड़ती है।

इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान में आतंकियों ने जेल में बंद अपने साथियों के रिहाई की मांग की है। साथियों की रिहाई की मांग करते हुए आतंकवादियों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (KP) और गिलगित बाल्टिस्तान (GB) को जोड़ने वाली सड़क को जाम कर दिया। आतंकियों द्वारा जाम किए गए इस रोड में कई पर्यटक फंस गए साथ ही पाकिस्तान के मंत्री भी हैं।
अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए सड़क का किया जाम
शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर साझा की गई एक ऑडियो क्लिप (voice clip) में कथित तौर पर गिलगित बाल्टिस्तान के वरिष्ठ मंत्री अबैदुल्ला बेग को यह कहते हुए सुना गया कि वह इस्लामाबाद से गिलगित जा रहे थे। तब आतंकवादियों ने अपने सहयोगियों को जेल से रिहा करने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए सड़क को जाम कर दिया।
आतंकियों ने रखी दो मांगे
इंटरनेट मीडिया पर सामने आए जीबी मंत्री के एक ऑडियो क्लिप में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि कमांडरों के साथ बातचीत चल रही थी, जिनकी दो बुनियादी मांगें थीं। इसमें पहली मांग अपने सहयोगियों को जेलों से रिहा करने और दूसरी इस्लामी कानून लागू करने की मांग है।
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आतंकी पर 10 विदेशियों की हत्या का है आरोप
डॉन अखबार के हवाले से बताया गया है कि जीबी के मोस्ट वांटेड आतंकवादी कमांडर हबीबुर रहमान, जिस पर नंगा पर्वत ( Nanga Parbat) में 10 विदेशियों की हत्या का आरोप है। उसके साथियों ने शुक्रवार को शाम करीब 4 बजे डायमेर के चिलास के ठाक गांव में सड़क जाम कर दिया। इससे दोनों तरफ के यात्री फंस गए।
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पुलिस की ओर से अभी तक नहीं आया कोई जवाब
सूत्रों ने कहा कि आतंकवादी अपने साथियों की रिहाई की मांग कर रहे थे। इसमें नंगा पर्वत ( Nanga Parbat) क्षेत्र में विदेशियों की हत्या और डायमेर में अन्य आतंकवादी घटनाओं में शामिल लोग शामिल थे। साथ ही कहा कि जिले के राजनीतिक नेता और अधिकारी आतंकियों के साथ बातचीत में लगे हुए हैं। पुलिस की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
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