लश्कर आतंकी अबू कताल ढेर, हाफिज सईद भी घायल; अज्ञात बंदूकधारियों ने बनाया निशाना
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी अबू कताल सिंधी पाक अधिकृत कश्मीर में मारा गया। वह जम्मू के रियासी हमले का मास्टरमाइंड था। रिपोर्ट्स के अनुसार आतंकी हाफिज सईद भी हमले में घायल हुआ और रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पाकिस्तान इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है जिससे संदेह और गहरा गया है।

नीलू रंजन, जागरण, नई दिल्ली। पिछले साल जम्मू के रियासी में तीर्थयात्रियों की हत्या की साजिश रचने वाला लश्करे तैयबा आतंकी अबू कताल सिंधी मारा गया। 2008 के मुंबई हमले का साजिशकर्ता और लश्कर-ए- तैयबा का संस्थापक अंतरराष्ट्रीय आतंकी हाफिज सईद के भी घायल होने की खबर है, जिसका इलाज रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में चल रहा है। पाकिस्तान से आ रही अपुष्ट खबरों में इलाज के दौरान हाफिज सईद के मर जाने का भी दावा किया जा रहा है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार हाफिज सईद का करीबी और रिश्ते में भतीजा अबू कताल सिंधी के काफिले पर शनिवार और रविवार की रात लगभग एक बजे पाक अधिकृत कश्मीर में अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला कर दिया। हमले में कताल और उसका सहयोगी वहीं मारा गया। जबकि एक घायल को रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया। पाकिस्तान में कताल और उसके सहयोगी के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। लेकिन सैन्य अस्पताल में भर्ती घायल व्यक्ति के बारे में अटकलों का दौर जारी है। इसके हाफिज सईद होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन भारतीय एजेंसियां भी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
पाकिस्तान कर रहा लीपा-पोती
माना जा रहा है कि हाफिज सईद के लाहौर के सेंट्रल जेल में बंद होने के दावे की वजह से पाकिस्तान इसे छुपाने की कोशिश कर रही है। फायनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के लिए पाकिस्तान ने हाफिज सईद और जैश ए मोहम्मद प्रमुख आतंकी को जेल में डालने का दावा किया था। जून 2023 में हाफिज सईद के घर के बाहर बड़े बम धमाके के बाद उसके घर में होने की पोल खुल गई। तब पाकिस्तान ने उसके घर में ही नजरबंद रखने की दलील दी।
जाहिर है पाक अधिकृत कश्मीर में आधी रात को हाफिज सईद की मौजूदगी से पाकिस्तान की कलई फिर खुल जाएगी। पाकिस्तान की चुप्पी को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं पिछले कई हमलों में हाफिज सईद के बच निकलने को देखते हुए भारतीय एजेंसियां सावधानी बरत रही है। अबू कताल ¨सधी तश्करे तैयबा का आपरेशन प्रमुख संभालता था और उसके पास पीओके में आतंकियों के लांच पैड की भी जिम्मेदारी थी। खासतौर पर जम्मू इलाके में आतंकियों की घुसपैठ और ड्रोन व अन्य माध्यमों से हथियारों की सप्लाई भी वही सुनिश्चित करता था।
पिछले साल बस को बनाया था निशाना
पिछले साल नौ जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के शपथग्रहण समारोह के दिन ही कताल के निर्देश पर आतंकियों ने कटरा के पास तीर्थ यात्रियों की एक बस को निशाना बनाया था, जिसमें नौ तीर्थ यात्री मारे गए थे और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए थे। इसी तरह से एक जनवरी 2923 को रजौरी के एक गांव में आतंकी हमले का मास्टरमाइंड भी कताल था। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार जम्मू इलाके में सुरक्षा बलों पर हुए हमलों के पीछे भी कताल ही था। जाहिर है कताल की मौत जम्मू-कश्मीर में बचे खुचे आतंकवाद को समाप्त करने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।
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