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    पाकिस्तान की संसद में इमरान खान की पार्टी बन जाएगी सबसे बड़ी, सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करेगा चुनाव आयोग

    पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए एक अच्छी खबर है। जेल में बंद खान की पार्टी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ 109 सीट के साथ संसद में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। कोर्ट ने शुक्रवार को फैसला दिया कि यह पार्टी महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीट के आवंटन के लिए पात्र है।

    By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Sat, 20 Jul 2024 02:55 PM (IST)
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    इमरान खान की पार्टी को आरक्षित सीटें आवंटित करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को चुनाव आयोग लागू करेगा।

    पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को आरक्षित सीटें आवंटित करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करेगा। शुक्रवार को ईसीपी ने पाक के मीडिया रिपोर्ट में कहा, "यह एक ऐसा फैसला है जो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनने की अनुमति देगा।"

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    सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी इमरान खान की पीटीआई

    पिछले हफ्ते, पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की 13 सदस्यीय पूर्ण पीठ ने 8-5 के अहम फैसले में आदेश दिया कि 71 वर्षीय खान की पीटीआई नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं में महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों के लिए पात्र है। पीटीआई नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। क्योंकि महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 23 सीटें हासिल करने के बाद इसकी सीटें 86 से बढ़कर 109 हो जाएंगी।

    कोर्ट के फैसले पर आयोग ने बुलाई थी बैठक

    जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को जारी एक बयान में पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने कहा कि आरक्षित सीटों के मामले में फैसले पर विचार-विमर्श करने के लिए निर्वाचन निकाय द्वारा गुरुवार और शुक्रवार को दो बैठकें आयोजित करने के बाद शीर्ष अदालत के आदेश को लागू करने का निर्णय लिया गया।

    बयान में कहा गया कि निर्वाचन आयोग की कानूनी टीम को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे फैसले के कार्यान्वयन में किसी भी बाधा को तुरंत 'पहचानें' ताकि मार्गदर्शन के लिए सुप्रीम कोर्ट से संपर्क किया जा सके।

    ईसीपी ने पीटीआई के खिलाफ एक परोक्ष टिप्पणी में कहा, "इसके अलावा, आयोग ने एक राजनीतिक दल द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त और माननीय सदस्यों की अनुचित आलोचना की कड़ी निंदा की और उसे खारिज कर दिया।" बयान में कहा गया कि "सीईसी और सदस्यों के इस्तीफे की मांग करना हास्यास्पद है।"

    बता दें कि पीटीआई, इसके प्रमुख खान सहित, मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा और अन्य ईसीपी सदस्यों के इस्तीफे की अपनी मांग को बार-बार दोहराते रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के 12 जुलाई के फैसले के बाद जिसमें कहा गया कि पार्टी महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों के लिए पात्र है, उसपर पीटीआई ने फिर से अपनी मांग उठाई।