अब पाकिस्तान के विपक्ष को भी खटकने लगा मुनीर का कट्टरपंथ, इमरान खान की बहन के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर देश को 'हार्ड स्टेट' में बदलने का आरोप लगाया है, जहाँ लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जेल में मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। रावलपिंडी की अदालत ने इमरान की बहन अलीमा खान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है।
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अब पाकिस्तान के विपक्ष को भी खटकने लगा मुनीर का कट्टरपंथ (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के विपक्ष को भी अब सेना प्रमुख आसिम मुनीर का कट्टरपंथ खटकने लगा है। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को मुनीर पर बल प्रयोग के जरिए पाकिस्तान को ''हार्ड स्टेट'' में बदलने का आरोप लगाया।
खान ने एक्स पोस्ट में कहा कि वास्तविक अर्थों में एक हार्ड स्टेट का अर्थ एक ऐसा देश है जहां संविधान, कानून का शासन, न्याय और लोकतांत्रिक स्वतंत्रताएं सर्वोच्च हों। हालांकि, मुनीर के शासन व्यवस्था का अर्थ ऐसी व्यवस्था से है, जहां सभी लोकतांत्रिक स्तंभों को कुचल दिया गया है और उनकी जगह आसिम कानून लागू कर दिया गया है।
आसिम कानून के तहत किए जा रहे अत्याचार देश को मजबूत नहीं, बल्कि नींव को कमजोर कर रहे हैं।खान ने यह भी दावा किया कि उन्हें जेल में पूरी तरह से अलग-थलग रखा गया था। पाकिस्तान के इतिहास में राजनीतिक उत्पीड़न का इससे बड़ा उदाहरण कभी नहीं रहा। मुझे जेल मैनुअल के तहत गारंटीकृत बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है।
इमरान की बहन के खिलाफ फिर जारी किया गैर-जमानती वारंट
पाकिस्तान के रावलपिंडी की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने बुधवार को इमरान खान की बहन अलीमा खान के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर को पार्टी के विरोध प्रदर्शन से जुड़े मामलों में फिर से गैर-जमानती वारंट जारी किया है। यह चौथी बार गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।
न्यायाधीश ने अलीमा खान के 100,000 पाकिस्तानी रुपये मूल्य के जमानत बांड राज्य को जब्त करने का निर्देश दिया और उनके गारंटर उमर शरीफ को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 अक्टूबर तक जवाब देने का आदेश दिया है। न्यायाधीश ने पूछा कि अलीमा खान अदियाला जेल के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कैसे छिपी रह सकती हैं।
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