Pakistan Politics: इमरान खान ने माना- सरकार बचाने के लिए सेना प्रमुख को दिया था सेवा विस्तार का प्रस्ताव
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सरकार बचाने के लिए सेना प्रमुख को सेवा विस्तार देने की बात स्वीकार की है। इमरान ने कहा कि जब विपक्ष साजिश रचकर उनकी सरकार गिराना चाहता था तो उन्होंने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को यह प्रस्ताव दिया था।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री व पीटीआइ चीफ इमरान खान ने अपनी सरकार बचाने के लिए सेना प्रमुख को सेवा विस्तार देने की बात स्वीकार की है। इमरान ने कहा कि जब विपक्ष साजिश रचकर उनकी सरकार गिराना चाहता था तो उन्होंने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को यह प्रस्ताव दिया था।
इमरान खान ने जनरल बाजवा को दी थी चेतावनी
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अुनसार, एक स्थानीय टीवी चैनल पर गुरुवार को दिए साक्षात्कार में इमरान ने कहा कि उन्होंने इसके साथ ही जनरल बाजवा को बार-बार चेतावनी दी कि अगर विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पास कराने में सफल हो गया तो इसका सीधा असर देश की अर्थ व्यवस्था पर पड़ेगा। इमरान खान की यह टिप्पणी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) प्रमुख की प्रेस कांफ्रेंस के बाद आई है।
ISI पर इमरान ने लगाया राजनीतिक दबाव का आरोप
इमरान खान ने आरोप लगाया कि ISI प्रमुख ने यह प्रेस कांफ्रेंस सुरक्षा मुद्दे को लेकर नहीं, बल्कि राजनीतिक दबाव में की। इमरान ने अराजनीतिक कहने के बावजूद प्रेस कांफ्रेंस करने पर ISI व इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन (ISPR) प्रमुख की आलोचना की।
ISI ने कहा- सेना से अवैध समर्थन चाहते थे इमरान
ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि चूंकि सेना प्रमुख ने इमरान के अवैध व असंवैधानिक कार्यों का समर्थन करने से इनकार कर दिया था, इसलिए पीटीआइ प्रमुख सेना पर शहबाज शरीफ की मदद का आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि इमरान खान ने इससे पहले सेना पर साजिश रच कर अप्रैल में उनकी सरकार गिराने का आरोप लगाया था।
कोर्ट के बाहर इमरान के खिलाफ लगे घड़ी चोर के नारे
वहीं, दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में लाहौर सिविल कोर्ट के गेट से बाहर जाते समर्थकों से घिरे पूर्व पीएम इमरान के खिलाफ लोग 'घड़ी चोर' के नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लोग यह नारे तोशाखाना विवाद के संदर्भ में लगा रहे थे।
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