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    Pakistan: अगस्त के अंत तक पाकिस्तान पहुंचेगा IMF का पैसा, चीन और सऊदी अरब भी मदद के लिए आए आगे

    By Babli KumariEdited By:
    Updated: Sat, 13 Aug 2022 12:56 PM (IST)

    पाकिस्तान की आर्थिक हालत इस समय इतनी खराब है कि इससे कुछ दिन पहले ही बाजवा ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से राहत पैकेज की मांग की थी। पाकिस्‍तान के घटते विदेशी भंडार के बीच आईएमएफ बड़ी घोषणा कर सकता है।

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    आईएमएफ देगा पाकिस्तान को एक बेलआउट पैकेज की मंजूरी

    इस्लामाबाद, एजेंसी। आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड की 29 अगस्त को बैठक होगी जिसमें नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए इस महीने के भीतर एक बेलआउट पैकेज को मंजूरी दी जाएगी, जिसमें करीब 1.18 अरब डॉलर का बकाया भुगतान भी शामिल है। एक मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी दी गई।

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    यह उम्मीद की जा रही है कि चीन और सऊदी अरब सहित चार मित्र देशों से द्विपक्षीय वित्तपोषण में 4 बिलियन अमरीकी डालर, 31 अगस्त तक  पाकिस्तान को मिल सकता है।

    वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने डॉन को बताया कि ऋणदाता ने कर्मचारी स्तर समझौते (Staff Level Agreement) और आर्थिक और राजकोषीय नीतियों के ज्ञापन (Memorandum of Economic and Fiscal Policies) के तहत कार्यक्रम के पुनरुद्धार के लिए आशय पत्र (Letter of Intent) भेजा था।

    मिफ्ता इस्माइल ने कहा 'इस एलओआई की समीक्षा की जा रही है, और इस पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और शीघ्र ही आईएमएफ को वापस भेज दिया जाएगा। हमें इस महीने के अंत में (कार्यकारी) बोर्ड की मंजूरी का इंतजार है।'

    कार्यक्रम के आकार में 1 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि और अगस्त 2023 तक इसके कार्यकाल के विस्तार के अलावा, कार्यकारी बोर्ड 29 अगस्त को बैठक कर पाकिस्तान के विस्तारित फंड (Extended Fund Facility) सुविधा की सातवीं और आठवीं समीक्षा को पूरा करने के अनुरोध पर चर्चा करेगा।

    उन्होंने यह भी कहा कि बोर्ड की बैठक सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर और चीन द्वारा आईएमएफ की पुष्टि के बाद बुलाई गई थी कि उन्होंने पाकिस्तान को द्विपक्षीय वित्तपोषण में 4 बिलियन अमरीकी डालर की व्यवस्था पूरी कर ली है, जो पूरा होने के बाद बेलआउट पैकेज के लिए अंतिम अड़चन थी।

    आईएमएफ की मंजूरी के परिणामस्वरूप, पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में सुधार की उम्मीद थी, रुपये के मजबूत होने की उम्मीद थी, और भुगतान संतुलन का समर्थन किया जाएगा।

    बता दें कि अप्रैल में इमरान खान के सत्ता से बाहर जाने के बाद से पाकिस्तान को आईएमएफ सहायता को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।