'युद्ध सुलझाने में मैं माहिर', पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच बढ़े तनाव को लेकर ट्रंप का बयान; कहा- लौटकर आ रहा हूं...
अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें दोनों ओर से जानमाल का नुकसान हुआ। यह संघर्ष पाकिस्तान के एक हवाई हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें उसने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के प्रमुख को निशाना बनाया था। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान तालिबान TTP का समर्थन कर रहा है, जिसे अफगानिस्तान खारिज करता है।
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अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर खूनी भिड़ंत (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार रात अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सेनाओं में भारी गोलीबारी हुई। बताया गया कि तालिबान लड़ाकों ने 2600 किलोमीटर लंबी सीमा पर पाकिस्तान चौकियों पर हमला किया। जवाब में पाकिस्तान ने भी गोलीबारी की।
दोनों तरफ से तोप, बंदूकें और ड्रोन तक इस्तेमाल किए गए। रविवार सुबह तक रुक-रुककर फायरिंग चलती रही। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसके 23 सैनिक मारे गए, जबकि अफगानिस्तान ने कहा कि उसके 9 लड़ाके मारे गए। दोनों देशों ने एक-दूसरे को ज्यादा नुकसान पहुंचाने का दावा भी किया।
कैसे हुई लड़ाई की शुरुआत?
इस लड़ाई की शुरुआत पाकिस्तान के एक हवाई हमले से हुई थी। पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते काबुल में एक एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें उसने पाकिस्तानी तालिबान (TTP) के प्रमुख को निशाना बनाया। अभी यह साफ नहीं है कि वह बचा या मारा गया। तालिबान का कहना है कि शनिवार को जो हमला हुआ था, वह अफगान हवाई क्षेत्र के उल्लंघन का जवाब था।
कौन हैं पाकिस्तानी तालिबान (TTP)?
साल 2007 में कई जिहादी संगठनों ने मिलकर TTP यानी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान बनाई। यह संगठन अफगान तालिबान की तर्ज पर बना, लेकिन और ज्यादा कट्टर था। TTP ने पाकिस्तान में बाजारों, मस्जिदों, स्कूलों और सैनाय ठिकानों पर हमले किए।
2014 में TTP ने पेशावर के एक स्कूल में हमला कर 130 से ज्यादा बच्चों की हत्या कर दी थी। उसके बाद पाकिस्तान ने सैन्य अभियान चलाकर TTP को अफगानिस्तान की ओर खदेड़ दिया।
जब 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनी, पाकिस्तान ने इसका स्वागत किया था। उस वक्त इमरान खान ने कहा था कि अफगानों ने गुलामी की जंजीरें तोड़ दीं। लेकिन अब पाकिस्तान को महसूस हुआ है कि अफगान तालिबान TTP का समर्थन कर रहा है।
पाक के आरोपों को भारत ने किया खारिज
पाकिस्तान का कहना है कि TTP के कई नेता और लड़ाके अफगानिस्तान में छिपे हुए हैं, जबकि काबुल सरकार इस बात से इनकार करती है। अब इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच रिश्ता बेहद तनावपूर्ण हो गया है।
पाकिस्तान ने यह भी आरोप लगाया है कि भारत अफगानिस्तान के साथ मिलकर TTP को समर्थन दे रहा है। भारत ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज किया है। इसी बीच, अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी भारत दौरे पर हैं, जहां दोनों देशों के रिश्तों में सुधार हुआ है। इससे पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है।
'मैं माहिर हूं'
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मुद्दे पर बयान दिया है। उन्होंने कहा, "मुझे सुनने में आया है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में जंग छिड़ गई है। मैं अभी मिडिल ईस्ट में हूं, लेकिन लौटकर इसे भी सुलझाऊंगा। मैं युद्ध सुलझाने में माहिर हूं।"
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