पाकिस्तान में हिंदू लड़की का जबरन मतांतरण, नाबालिग ने कोर्ट से लगाई घर लौटने की गुहार
पाकिस्तान में एक 15 वर्षीय हिंदू लड़की का अपहरण कर दुष्कर्म किया गया और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया। पीड़िता ने अदालत में अपने परिवार के पास लौटने की गुहार लगाई है। अदालत ने लड़की को सुरक्षित स्थान पर रखने के निर्देश दिए हैं। यह क्षेत्र में जबरन मतांतरण का चौथा मामला है।

पाकिस्तान में हिंदू लड़की का मतांतरण के बाद दुष्कर्म (प्रतीकात्मक)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में एक 15 वर्षीय हिदू लड़की को अपहरण, दुष्कर्म और इस्लाम में मतांतरण के बाद जबरन शादी करने के लिए मजबूर किया गया।
लड़की ने सिंध प्रांत की एक अदालत में अपने परिवार के पास लौटने की अनुमति मांगी है। यह किशोरी मीरपुरखास जिले की एक सत्र अदालत में गुरुवार को पेश हुई और जज को बताया कि उसका अपहरण किया गया, मतांतरण कराया गया और उसकी इच्छा के खिलाफ एक वृद्ध मुस्लिम व्यक्ति से शादी कर दी गई।
कोर्ट ने लड़की की सुरक्षा के निर्देश दिए
अदालत ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि लड़की को एक सुरक्षित स्थान पर रखा जाए जब तक कि अंतिम निर्णय नहीं लिया जाता। लड़की की मां निर्मल मेघवार ने मीडिया को बताया कि उनकी बेटी का पिछले महीने उनके घर के बाहर अपहरण किया गया था और परिवार ने अदालत में उसकी उम्र साबित करने के प्रयास में धमकियों और हिंसा का सामना किया।
उन्होंने कहा, 'हमें अदालत में यह साबित करने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत करने पड़े कि वह 15 साल की है। अपहरणकर्ताओं ने पिछले सुनवाई के दौरान अदालत के बाहर हम पर हमला किया, लेकिन आज उसने अंतत: जज के सामने सच बताने का साहस जुटाया।'
यह क्षेत्र से पिछले महीने रिपोर्ट किए गए अपहरण और जबरन मतांतरण का चौथा मामला है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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