POK Protest: गुलाम-जम्मू कश्मीर के लोग सड़कों पर उतरे, पुलिस से झड़प; मुजफ्फराबाद में जन जीवन अस्तव्यस्त
पुलिस कार्रवाई के विरोध में जारी हड़ताल से गुलाम जम्मू-कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में जीवन पूरी तरह ठहर गया। शहर में शुक्रवार को कारोबार पूरी तरह बंद रहा। स्थानीय मीडिया में शनिवार को प्रकाशित समाचारों में कहा गया है कि हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच टकराव भी हुआ। पूरे गुलाम जम्मू-कश्मीर में धारा 144 लागू कर रखी है।

पीटीआई, इस्लामाबाद। पुलिस कार्रवाई के विरोध में जारी हड़ताल से गुलाम जम्मू-कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में जीवन पूरी तरह ठहर गया। शहर में शुक्रवार को कारोबार पूरी तरह बंद रहा। स्थानीय मीडिया में शनिवार को प्रकाशित समाचारों में कहा गया है कि हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच टकराव भी हुआ।
शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित
आवामी एक्शन कमेटी ने मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा की है। हड़ताल को देखते हुए सरकार ने पूरे गुलाम जम्मू-कश्मीर में धारा 144 लागू कर रखी थी और सभी शिक्षण संस्थाओं में 10 और 11 मई को अवकाश घोषित कर दिया था। इसके बावजूद सभी जिलों में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए।
मुजफ्फराबाद के अलावा सामहनी, सेहांसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरात्ता, तत्तापानी, हत्तिआन बाला में भी प्रदर्शन होने की जानकारी मिली है।गुलाम जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) द्वारा आहूत हड़ताल के कारण मुजफ्फराबाद में शुक्रवार को दुकानों के शटर बंद रहे और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही थमी रही।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे
हड़ताल के दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और प्रदर्शनकारियों ने पथराव किए। मुजफ्फराबाद और मीरपुर डिवीजनों के विभिन्न भागों में रात भर छापेमारी में पुलिस द्वारा कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किए जाने के बाद जेकेजेएएसी ने शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया था।
एमक्यूएम नेता अल्ताफ हुसैन की गंभीर परिणाम की चेतावनीमुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के संस्थापक नेता अल्ताफ हुसैन ने गुलाम जम्मू-कश्मीर के लोगों पर बढ़ते उत्पीड़न के विरोध में आवाज बुलंद की है।
इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए अल्ताफ ने कहा है कि गुलाम जम्मू-कश्मीर के निवासियों को उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित कर दिया गया है। हड़ताल का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा है कि इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।
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