Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Balochistan: टुकड़ों में बंटेगा पाकिस्तान! शहबाज सरकार के खिलाफ बलूचों का हल्ला बोल

    By Agency Edited By: Piyush Kumar
    Updated: Thu, 15 May 2025 10:04 PM (IST)

    बलूच लिबरेशन फ्रंट के नेता नजर बलूच ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी नीतियों की आलोचना की और बलूचों पर अत्याचार का आरोप लगाया। उन्होंने इसे पाकिस्तान के कब्जे के खिलाफ एक वैध लड़ाई बताया। मस्तुंग से लापता छात्र फहद लेहरी का शव मिलने से आक्रोश है। बलूच यकजेहती समिति के अनुसार फहद की हत्या बलूचों की आवाज दबाने का हिस्सा है क्योंकि उसका एकमात्र अपराध बलूच होना था।

    Hero Image
    नजर बलूच ने बलूचिस्तान को लेकर पाकिस्तानी नीतियों की कड़ी निंदा की। (फाइल फोटो)

    एएनआई, बलूचिस्तान। बलूच लिबरेशन फ्रंट के नेता नजर बलूच ने बलूचिस्तान को लेकर पाकिस्तानी नीतियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने बलूचों के खिलाफ व्यवस्थित अत्याचार का आरोप लगाया। नजर बलूच ने संघर्ष को पाकिस्तान के कब्जे के खिलाफ वैध लड़ाई करार देते हुए इसे विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त स्वतंत्रता आंदोलनों के बराबर बताया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना बलूच संघर्ष को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत कहानी का इस्तेमाल करती है। उन्होंने बलूच लड़ाकों द्वारा निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाए जाने के दावों का खंडन किया।

    उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में आइएस जैसे समूहों का समर्थन कर, विदेश में बलूच असंतुष्टों की लक्षित हत्या कर और पड़ोसियों के साथ शत्रुतापूर्ण संबंध बनाकर पाकिस्तान अस्थिरता को बढ़ावा देता है।

    उन्होंने विदेश में करीमा बलूच और साजिद हुसैन की हत्या के लिए आइएसआइ की ओर इशारा किया। नजर ने संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, भारत, ईरान, अफगानिस्तान और अन्य देशों से आइएसआइ को आतंकी संगठन घोषित करने की अपील की।

    अपहृत फहद लेहरी का शव बरामद

    मस्तुंग से गायब होने के दस दिन बाद छात्र फहद लेहरी का शव मिलने के बाद बलूचिस्तान के लोगों में आक्रोश है। गोलियों से छलनी शव उसी क्षेत्र से मिला जहां से उसका अपहरण किया गया था।

    बलूच यकजेहती समिति के अनुसार, फहाद की हत्या अलग घटना नहीं है, बल्कि बलूचों की आवाज को दबाने के व्यापक अभियान का हिस्सा है। प्रवक्ता ने कहा कि उसे अदालत में पेश नहीं किया गया। कोई गिरफ्तारी वारंट नहीं। कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं। कोई सुनवाई नहीं। उसका एकमात्र अपराध बलूच होना था।

    यह भी पढ़ें: 'बलूचिस्तान की आजादी का एलान', बलूच नेता ने लोगों से सड़कों पर उतरने की अपील की; भारत से मांगी ये मदद