पाकिस्तान में सिंधी हिंदुओं पर अत्याचार, अगवा की गई 14 साल की हिंदू लड़की का 40 साल के पुरुष से जबरन निकाह
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के चुंडीको शहर से दो हिंदू लड़कियों के अपहरण की घटना पर वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस (डब्ल्यूएससी) ने भर्त्सना की है।
लंदन, एएनआइ। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के चुंडीको शहर से दो हिंदू लड़कियों के अपहरण की घटना पर वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस (डब्ल्यूएससी) ने भर्त्सना की है। घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए पाकिस्तान सरकार ने इस पर जल्द सख्त कदम उठाते हुए लड़कियों को परिजनों तक पहुंचाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। दोनों बहनों का इसी सप्ताह अपहरण हुआ है और इसके लिए स्थानीय सांसद के भाई को जिम्मेदार बताया गया है।
पुलिस ने अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करने से किया इंकार
सिंधी कांग्रेस की प्रमुख रूबीना ग्रीनवुड ने बताया कि पाकिस्तान में रहने वाले सिंधी हिंदुओं पर जिस तरह के अत्याचार हो रहे हैं, उन्हें देख-सुनकर दिल दहल उठता है। इसी हफ्ते सुथी और शमा नाम की नाबालिग बहनों को सार्वजनिक स्थान से जबरन अगवा कर लिया गया। पुलिस ने दोनों बहनों के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करने से इन्कार कर दिया। इनमें से 14 साल की सुथी को कोर्ट में पेश किया गया है और बताया गया है कि उसने इस्लाम धर्म ग्रहण कर लिया है और उसने 40 साल के मुस्लिम आदमी से निकाह कर ली है। अगवा की गई उसकी बहन शमा अभी भी लापता है।
लड़कियों के परिजनों को मिल रही हैं धमकियां
रूबीना ने कहा है कि लड़कियों के परिजन मदद की भीख मांग रहे हैं, बदले में पुलिस, प्रशासन और अगवा करने वालों की ओर से उन्हें धमकियां मिल रही हैं। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस, न्यायपालिका और राजनीतिक लोग अगवा करने वालों का साथ दे रहे हैं।
पीड़ित पूरी तरह से असहाय हैं। अब इलाके के लोग मांग कर रहे हैं कि बेटियों और बहनों को बचाने के लिए वे सिंध से विस्थापित होना चाहते हैं-सरकार इस काम में उनकी मदद करे। सिंधी कांग्रेस ने कहा है कि वह मामले को दुनिया के हर मंच पर उठाने की कोशिश करेगी और पीडि़तों को इंसाफ दिलाने तक शांत नहीं बैठेगी।