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    फिदायीन हमले के लिए कोर्स चला रहा जैश, अबतक 5000 महिलाओं की भर्ती; 500 रुपये रखी फीस

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 03:53 PM (IST)

    जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकवादी संगठन अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए तेजी से भर्तियां कर रहा है, जिसमें महिलाओं को विशेष रूप से शामिल किया जा रहा है। ...और पढ़ें

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    जैश-ए-मोहम्मद की 5000 नई भर्तियां

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान का आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद अपना विस्तार कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि हाल ही में संगठन की महिला विंग जमात उल मोमिनात में 5,000 से ज्यादा महिलाओं की भर्ती की है। इसके साथ ही इन महिलाओं को कट्टरपंथी बनाने का काम किया जा रहा है।

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    एक सोशल मीडिया पोस्ट में, जैश के चीफ मसूद अजहर ने कहा है कि संगठन की महिला विंग में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ रही है। अब संगठन की डिस्ट्रिक्ट यूनिट बनाने की जरूरत है।

    जैश-ए-मोहम्मद की 5000 नई भर्तियां

    अजहर ने पोस्ट में कहा, 'यह अल्लाह की मेहरबानी है कि कुछ ही हफ्तों में 5,000 से ज्यादा महिलाएं संगठन में शामिल हो गई हैं। कई महिलाओं ने कहा है कि जैसे ही वे भर्ती हुईं, उनके मन के हालत बदल गये और उन्हें जिंदगी का मकसद समझ आ गया। अब वे मिलकर डिस्ट्रिक्ट यूनिट बनाएंगी। हर डिस्ट्रिक्ट में एक मैनेजर होगा, और काम बांटा जाएगा।'

    बता दें जमात उल मोमिनात की स्थपना आतंकी अजहर ने 8 अक्टूबर को जैश हेडक्वार्टर पर की थी। जिसके बाद लगातार इसमें महिलाओं की भर्ती की जा रही है। इस ड्राइव के तहत, पाकिस्तान के बहावलपुर, मुल्तान, सियालकोट, कराची, मुजफ्फराबाद और कोटली की महिलाओं को आतंकी संगठन में
    जोड़ा जा रहा है।

    मसूद अजहर की बहन चलती है संगठन 

    मसूद अजहर की बहन, सादिया अजहर जमात उल मोमिनात की हेड है, साथ ही वो आतंकी यूसुफ अजहर की पत्नी भी है। सादिया के पति, यूसुफ अजहर को भारततीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मार गिराया था।

    इस महिला आतंकी विंग का एक और खास चेहरा अफीरा है, जो पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड उमर फारूक की पत्नी है, उसे भी एक एनकाउंटर में मारा गया था।

    ऑनलाइन होती है आतंक की ट्रेनिंग 

    NDTV की रिपोर्ट्स के अनुसार महिलाओं को जमात उल मोमिनात में भर्ती किया जा रहा है और उन्हें ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। ये ऑनलाइन क्लास 40 मिनट लंबी होती हैं और हर पार्टिसिपेंट को 500 रुपये देने होते हैं। इस संगठन का प्लान महिलाओं को रेडिकलाइज करके ISIS, हमास और LTTE जैसे फिदायीन हमले के लिए आतंकी ब्रिगेड तैयार करना है।

    जमात उल मोमिनात पिछले महीने दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के बाद सुर्खियों में आया था। इस आतंकी हमले में 15 लोग मारे गए थे। जांचकर्ताओं ने पाया है कि दिल्ली के पास फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार की गई डॉ। शाहीन सईद जैश के आतंकी विंग से जुड़ी थी।