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    ट्रंप से पहले जर्मनी के चांसलर से मिलने बर्लिन क्यों पहुंच गए जेलेंस्की? बोले- नहीं छोड़ेंगे एक इंच भी जमीन

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 10:16 PM (IST)

    यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज से मिलने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात करने के लिए बर्लिन पहुंच चुके हैं। यह मुलाकात अलास्का में ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन की वार्ता से पहले हो रही है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस युद्ध खत्म करने को तैयार नहीं है।

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    डोनाल्ड ट्रंप से पहले जर्मनी के चांसलर से मिलने पहुंचे जेलेंस्की। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की बुधवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंच गए। यहां पर वह जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज से वार्ता करेंगे, साथ ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करेंगे।

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    शुक्रवार को अलास्का में ट्रंप की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ होने वाली वार्ता से पूर्व जेलेंस्की की इस कवायद को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एक ओर जेलेंस्की कह रहे हैं कि वह यूक्रेन की जमीन का कोई भी हिस्सा नहीं छोड़ेंगे, दूसरी ओर रूस ने कहा है कि सैन्य कार्रवाई को लेकर उसके लक्ष्य बिल्कुल नहीं बदले हैं। वह यूक्रेन की जीती हुई जमीन को किसी भी स्थिति में वापस नहीं करेगा।

    यूरोपीय नेताओं से बातचीत के बाद होगी ट्रंप से बात

    जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन मेयर ने कहा कि ट्रंप के साथ चांसलर मर्ज की वार्ता का उद्देश्य यूरोप की सोच और स्थिति को स्पष्ट करना है। जेलेंस्की यूरोपीय नेताओं से मिलने और वार्ता करने के बाद ट्रंप से बात करेंगे।

    टेलीग्राम चैनल के अपने अकाउंट में जेलेंस्की ने कहा है कि ऐसा कोई संकेत नहीं है जिससे लगे कि रूस युद्ध खत्म करने जा रहा है। उन्होंने अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों से अपील की कि वे रूस पर ज्यादा से ज्यादा दबाव डालें जिससे वह युद्ध समाप्ति के लिए तैयार हो और यूक्रेन में शांति आए।

    ट्रंप ने क्या कहा?

    ट्रंप ने कहा है कि वह देखना चाहते हैं कि पुतिन यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर कितने गंभीर हैं। अलास्का में होने वाली बैठक में इसका पता चल जाएगा। अभी तक ट्रंप ने कहा है कि युद्धविराम के लिए यूक्रेन को कुछ जमीन छोड़नी पड़ सकती है। रूस को भी बदले में कुछ जमीन देनी पड़ सकती है।

    यूरोपीय देशों को है इस बात का भय

    लेकिन रूस ने ट्रंप के इस कथन पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं है। ट्रंप और पुतिन वार्ता यूक्रेन युद्ध खत्म कराने के उद्देश्य से हो रही है लेकिन इसमें यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया है, इसलिए यूरोपीय देशों को भय है कि वार्ता का परिणाम यूक्रेन के हितों के खिलाफ हो सकता है।

    चूंकि युद्ध में यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद कर रहे हैं, इसलिए उन्हें लग रहा है कि वार्ता का परिणाम उन पर भी असर डालेगा। वैसे ताजा बयान में ट्रंप ने कहा है कि वह भविष्य में पुतिन और जेलेंस्की के साथ संयुक्त वार्ता की इच्छा रखते हैं।

    रूस महत्वपूर्ण यूक्रेनी शहर पर कब्जे के करीब

    यूक्रेन में जारी युद्ध में रूसी सेना बुधवार को लंबी लड़ाई के बाद पूर्वी शहर पोक्रोव्स्क को जीतने के करीब पहुंच गई। पोक्रोव्स्क पूर्वी यूक्रेन का प्रमुख औद्योगिक शहर है जिस पर कब्जे की रूस लंबे समय से कोशिश कर रहा है।

    अलास्का में होने वाली वार्ता से पहले रूस अगर इस शहर पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर लेता है तो युद्धविराम के लिए पुतिन और मजबूती से अपनी शर्तें रख सकेंगे। जबकि यूक्रेन के ताजा ड्रोन हमलों में रूस की तेल पाइपलाइन और पं¨पग स्टेशन को नुकसान होने की सूचना है।

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