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    'भारत काफी हद तक यूक्रेन के साथ', अमेरिका की धरती से बोले राष्ट्रपति जेलेंस्की

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 10:30 PM (IST)

    यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि भारत काफी हद तक पश्चिमी देशों के साथ है। उन्होंने फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप प्रयास करें तो रूस से तेल की खरीद को लेकर भारत का रुख बदल सकता है। जेलेंस्की ने ये बात अमेरिका में कहीं।

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    अमेरिका की धरती से राष्ट्रपति जेलेंस्की का बयान (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के दौरे पर आए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भारत के संबंध में महत्वपूर्ण बात कही है। कहा, भारत काफी हद तक हमारे (यूक्रेन समेत पश्चिमी देशों) साथ है। अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रयास करें तो रूस के साथ तेल खरीद को लेकर भारत का रुख बदल सकता है। जेलेंस्की ने यह बात फॉक्स न्यूज के साक्षात्कार में यूक्रेन युद्ध में चीन और भारत के योगदान पर पूछे प्रश्न पर कही है।

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    यूक्रेनी राष्ट्रपति का बयान इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अक्सर आरोप लगाते हैं कि चीन और भारत को तेल बेचने से मिलने वाले धन का इस्तेमाल रूस यूक्रेन युद्ध में कर रहा है।

    भारत काफी हद तक हमारे साथ- जेंलेंस्की

    जेलेंस्की ने कहा, भारत काफी हद तक हमारे साथ है। जहां तक ऊर्जा (तेल खरीद) का सवाल है उससे जुड़े मामले का राष्ट्रपति ट्रंप प्रबंधन कर सकते हैं। वह यूरोप को साथ लेकर भारत के साथ और ज्यादा मजबूत संबंध विकसित कर सकते हैं। भारत रूसी तेल के बारे में अपना रुख बदले इसके लिए हमें हर संभव प्रयास करने चाहिए।

    चीन का मसला जटिल है- जेंलेंस्की

    यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि चीन का मसला जटिल है क्योंकि उसके रूस के साथ बहुत पुराने रिश्ते हैं और वह रूस का समर्थन न करे, इसमें उसका हित नहीं है। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप यूक्रेन युद्ध को लेकर चीन के रुख में तब्दीली ला सकते हैं। जहां तक ईरान का प्रश्न है तो वह कभी भी पश्चिमी देशों के साथ नहीं हो सकता है क्योंकि उसका अमेरिका के साथ बैर भाव है।

    इससे पहले सुरक्षा परिषद में जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन में युद्धविराम के लिए चीन रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर दबाव डाल सकता है, क्योंकि वर्तमान में चीन के बगैर रूस कुछ भी नहीं है। लेकिन चीन फिलहाल शांत और मसले से दूरी बनाए हुए है।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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