दुनिया को खाद्यान्न संकट से मिलेगी राहत, यूक्रेन के अनाज निर्यात के समझौते को चार महीने बढ़ाया गया
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने समझौते को आगे बढ़ाने को खाद्य संकट के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में महत्वपूर्ण फैसला कहा। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने चार महीने पुराने सौदे के नवीनीकरण का स्वागत किया।

अंकारा, एपी। रूस- यूक्रेन युद्ध को करीब 9 महीने हो चुके हैं। ऐसे में दुनिया के बड़े हिस्से को खाद्य संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र और सौदे के अन्य पक्षों ने गुरुवार को राहत भरी खबर दी है। संयुक्त राष्ट्र की अगुआई में रूस, यूक्रेन और तुर्किये के बीच हुआ खाद्यान्न निर्यात समझौता 120 दिनों के और बढ़ गया है। 22 जुलाई को हुए इस समझौते की अवधि 19 नवंबर को खत्म हो रही थी। लेकिन अब यह समझौता मार्च तक जारी रहेगा। इस समझौते से यूक्रेन को काला सागर के जरिये खाद्यान्न निर्यात की अनुमति मिलती है। यूक्रेन युद्ध के चलते काला सागर की रूसी नौसेना ने नाकाबंदी कर रखी है और वहां से बिना अनुमति के किसी भी जहाज का आवागमन नहीं हो सकता है। समझौते के तहत रूस भी अपना खाद्यान्न निर्यात कर सकता है।
शनिवार को समाप्त हो रहा था अनाज निर्यात पर समझौता
इसमें पहल करते हुए काला सागर में एक सुरक्षित शिपिंग कारिडोर स्थापित किया गया। रूसी और यूक्रेन की चिंताओं को दूर करने के लिए निरीक्षण प्रक्रियाएं शुरू कीं गईं। रूस ने आशंका जताई थी कि यूक्रेन के दक्षिणी तट से यात्रा करने वाले कार्गो जहाजों में हथियार हो सकते हैं या हमले शुरू कर सकते हैं। 22 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र और तुर्की के साथ अलग-अलग समझौतों में यूक्रेन और रूस ने जो समझौता किया था, वह शनिवार को समाप्त हो रहा था। रूस ने समझौते को आगे बढ़ाने पुष्टि की, लेकिन रूस का कहना है कि कि उसे दुनिया भर में रूसी खाद्य और उर्वरकों के निर्यात में बाधाओं को दूर करने पर प्रगति की उम्मीद है।
युद्ध के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने समझौते की तारीफ की
रूस के यूक्रेन में बड़े पैमाने पर हवाई हमलों से ऊर्जा बुनियादी ढांचे, अपार्टमेंट इमारतों और एक औद्योगिक स्थल को निशाना बनाया है। उसके बीच अनाज निर्यात को जारी रहने समझौते की घोषणा की गई। यूक्रेन के अफसरों ने कहा कि देश भर में ड्रोन और मिसाइल हमलों में कम से कम चार लोग मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने समझौते को आगे बढ़ाने को 'खाद्य संकट के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में महत्वपूर्ण फैसला' कहा।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने चार महीने पुराने सौदे के नवीनीकरण का स्वागत किया। गुटेरेस ने एक वीडियो बयान में कहा कि तुर्किये, यूक्रेन, रूस और संयुक्त राष्ट्र समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। इसके जरिये काला सागर से यूक्रनी अनाज का मुक्त निर्यात हो सकेगा।
रूसी अनाज और उर्वरक के निर्यात को सुविधाजनक बनाने की मांग
वहीं रूस ने रूसी अनाज और उर्वरक के निर्यात को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से समझौते के हिस्से के कार्यान्वयन पर असंतोष व्यक्त किया है। यह संकेत दिया है कि अगर उसकी चिंताओं पर दूर नहीं किया गया तो समझौते पर आगे बढ़ाने पर सहमत नहीं होगा। हालांकि यूक्रेन पर आक्रमण के कारण रूस के खिलाफ लगे पश्चिमी प्रतिबंधों में इस तरह के निर्यात को निशाना नहीं बनाया गया थ, लेकिन कई शिपिंग और बीमा कंपनियां मॉस्को से निपटने के लिए अनिच्छुक थीं।
रूस ने अनाज निर्यात के समझौते की पुष्टि की
गुटेरस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र रूस से खाद्यान्न और उर्वरक भेजने में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि मास्को ने समझौते के नियमों और दायरे में बिना किसी बदलाव के समझौते को प्रभावी बनाने की अनुमति दी है। मंत्रालय ने कहा कि रूस ने रूसी निर्यात में तेजी लाने के संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों की तेजी लाने पर ध्यान आकर्षित किया है। मंत्रालय ने कहा कि इन सभी मुद्दों को 120 दिनों के भीतर सुलझाया जाना चाहिए, जिसके लिए पैकेज डील को बढ़ाया जा सके।
अक्टूबर के अंत में रूस से समझौते से हाथ खींच लिया था
रूस के काला सागर बेड़े पर एक यूक्रेनी ड्रोन हमले के आरोप के बाद अपने जहाजों के लिए जोखिम का हवाला देते हुए मॉस्को ने अक्टूबर के अंत में समझौते में अपनी भागीदारी को सस्पेंड कर दिया था। हालांकि, यूक्रेन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी।
दुनिया के बड़े अनाज निर्यातकों में शामिल हैं रूस और यूक्रेन
यूक्रेन और रूस विकासशील देशों को गेहूं, जौ, सूरजमुखी तेल और अन्य खाद्य पदार्थों के प्रमुख वैश्विक निर्यातक हैं। रूस के 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद खाद्य आपूर्तियों का बड़ा नुकसान हुआ था। इससे वैश्विक खाद्य कीमतों में भारी उछाल आया था और गरीब देशों में भूख संकट की चिंताओं को बढ़ा दिया था। जुलाई में अनाज को लेकर समझौते की पहल बाद वैश्विक स्तर पर खाद्य कीमतों में मार्च के मुकाबले लगभग 15% की गिरावट आई है।
एर्दोगन ने समझौते को आगे बढ़ाने का किया स्वागत
तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि पिछले चार महीनों में लगभग 500 जहाजों के माध्यम से 11 मिलियन टन से अधिक अनाज और खाद्य पदार्थों की आपूर्ति हुई है। इससे दुनिया को खाद्य आपूर्ति और सुरक्षा के लिए समझौते का महत्व और लाभ स्पष्ट हो गया है।
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