'अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है', भारत में जहरीले कफ सीरप से 24 बच्चों की मौत मामले में WHO का बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में जहरीले कफ सिरप से 24 बच्चों की मौत के मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि जहरीली कफ सिरप की बिक्री रोकने के लिए अभी और काम किया जाना बाकी है। श्रीसन फार्मा की कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल नामक जहरीला पदार्थ पाया गया था। निर्यात से पहले दवाओं की जांच अनिवार्य है, लेकिन स्थानीय स्तर पर बेचे जाने वाले सिरप के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है।

कफ सिरप बिक्री रोकने के लिए और काम बाकी: WHO
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में जहरीले कफ सीरप से 24 बच्चों की मौत मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बड़ा बयान दिया है। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक WHO के एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि भारत में जहरीली कफ सिरप की बिक्री रोकने के लिए अभी और काम किया जाना बाकी है, हालांकि इसमें कुछ प्रगति हुई है।
गौरतलब है कि बच्चों की मौत श्रीसन फार्मा द्वारा बनाई गई कोल्ड्रिफ सीरप लेने के बाद हुई, जिसके लैब टेस्ट से पता चला कि सीरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल नामक जहरीला पदार्थ मानक सीमा से लगभग 500 गुना अधिक था।
कफ सिरप बिक्री रोकने के लिए और काम बाकी: WHO
WHO के अधिकारी ने कहा कि ऐसा भी नहीं है कि उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया है. उनका इशारा उस नए नियम की ओर था, जिसके तहत निर्यात से पहले दवाओं में डाइएथिलीन और एथिलीन ग्लाइकॉल जैसे जहरीले पदार्थों की जांच करना अनिवार्य है। हालांकि, स्थानीय स्तर पर बेचे जाने वाले सीरप के लिए ऐसा कोई नियम मौजूद नहीं है.''
स्थानीय सिरप के लिए नियमों का अभाव: WHO
घटिया और नकली दवाओं से जुड़े मामलों के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम के प्रमुख कुवाना ने कह कि यह कार्य प्रगति पर है, लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। भारत एक बड़ा बाज़ार है, जिसमें हज़ारों निर्माता और कई राज्य शामिल हैं.''
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।