चीन से मिल रही सामरिक चुनौतियों से निपटने के लिए रक्षा सहयोग बढ़ाएंगे अमेरिका और जापान
अमेरिका और जापान ने चीन से बढ़ते खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की है। वे इससे मुकाबले के लिए रक्षा सहयोग बढ़ाएंगे। दोनों देशों ने क्षेत्र को अस्थिर करने के प्रयास के खिलाफ मिलकर काम करने की भी प्रतिबद्धता जताई है। होकर काम करेंगे।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका और जापान ने चीन से बढ़ते खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की है। वे इससे मुकाबले के लिए रक्षा सहयोग बढ़ाएंगे। दोनों देशों ने क्षेत्र को अस्थिर करने के प्रयास के खिलाफ मिलकर काम करने की भी प्रतिबद्धता जताई है। अमेरिका और जापान के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की वर्चुअल बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में चीन की ओर से बढ़ते खतरे और ताइवान को लेकर गहराते तनाव का जिक्र किया गया है। मंत्रियों ने कहा है कि चीन द्वारा नियम आधारित व्यवस्था को नजरअंदाज करने से क्षेत्र और दुनिया में राजनीतिक, आर्थिक, सैन्य और तकनीकी चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं। इसे रोकने के लिए वे एकजुट होकर काम करेंगे।
उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम से बढ़ा खतरा
ब्लिंकन आइएएनएस के अनुसार, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने अपने जापानी समकक्ष के साथ गुरुवार को वार्ता के बाद कहा कि उत्तर कोरिया के मौजूदा परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम से क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए खतरा बढ़ गया है। ब्लिंकन के इस बयान से एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइल परीक्षण का दावा किया था।
जापानी पीएम ने देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का संकल्प लिया
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने उम्मीद जताई है कि जापान अपने रक्षा बजट में वृद्धि करेगा। जापानी मीडिया ने बताया था कि जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ अक्टूबर में फोन काल पर बातचीत के दौरान बाइडन ने उम्मीद जताई थी कि जापान अपना रक्षा बजट बढाएगा। क्योडो न्यूज ने एक राजनयिक स्रोत का हवाला देते हुए बताया कि बाइडन की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब किशिदा ने चीन और उत्तर कोरिया से बढ़ते खतरों के बीच देश की रक्षा के लिए एक मजबूत आत्मरक्षा बल बनाने की प्रतिबद्धता जताई है। जापान ने अब तक अपना रक्षा बजट देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग एक फीसद रखा है। जापानी प्रधानमंत्री ने देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का संकल्प लिया।