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    Red Sea Attack: लाल सागर में हाउती विद्रोहियों के हमलों पर लगेगी रोक, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पारित किया प्रस्ताव

    By Agency Edited By: Amit Singh
    Updated: Thu, 11 Jan 2024 06:11 AM (IST)

    ईरान समर्थित हाउती विद्रोही 2014 से यमन की सरकार के साथ गृह युद्ध की स्थिति में हैं। एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने गाजा पट्टी में इजरायल के विनाशकारी हवाई और जमीनी हमले को समाप्त करने के उद्देश्य से हमले शुरू किए हैं। इजरायल और हमास के बीच पिछले तीन महीनों से जारी संघर्ष में अबतक लगभग 23000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

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    लाल सागर में हाउती विद्रोहियों के हमलों पर लगेगी रोक

    एपी, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को लाल सागर क्षेत्र में व्यापारी और वाणिज्यिक जहाजों पर यमन के हाउती विद्रोहियों के हमलों की निंदा करते हुए और उन्हें तत्काल रोकने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है।

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    अमेरिका और जापान की ओर से प्रस्तावित प्रस्ताव में कहा गया है कि लगभग दो दर्जन हाउती हमलों ने वैश्विक व्यापार में बाधा डाला है। जिसके चलते संचालन के अधिकारों और स्वतंत्रता के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को हानि पहुंची है। प्रस्ताव के पक्ष में 11-0 से मतदान हुआ, इस दौरान सुरक्षा परिषद के चार सदस्य अनुपस्थित रहे। जिनमें रूस, चीन, अल्जीरिया और मोजाम्बिक शामिल हैं।

    ईरान समर्थित हाउती विद्रोही 2014 से यमन की सरकार के साथ गृह युद्ध की स्थिति में हैं। हाउती विद्रोहियों की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने गाजा पट्टी में इजरायल के विनाशकारी हवाई और जमीनी हमले को समाप्त करने के उद्देश्य से हमले शुरू किए हैं। इजरायल और हमास के बीच पिछले तीन महीनों से जारी संघर्ष में अबतक लगभग 23000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जिनमें से दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं।

    संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से पारित किए गए प्रस्ताव में हाउती विद्रोहियों द्वारा कब्जे में लिए गए जहाज को छोड़ने की मांग की गई है। उक्त जहाज जापान की एक कंपनी द्वारा संचालित मालवाहक जहाज है। जिसका संबंध एक इजरायली कंपनी से है, उसकी तत्काल रिहाई की मांग की गई है।