खेरसॉन पर कब्जे के लिए यूक्रेनी सेना ने लगाया ऐड़ी चोटी का जोर, बमबारी कर प्रमुख स्थानों को बनाया निशाना
शुक्रवार को यूक्रेन की सेना ने खेरसॉन में रूसी चौकियों पर जबरदस्त बमबारी की। इस दौरान यूक्रेनी सेना ने प्रमुख आपूर्ति मार्गों पर निशाना साधा। रूस लगातार खेरसॉन पर अपना कब्जा बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। यह शहर दोनों देशों के लिए ही प्रमुख उद्देश्य बना हुआ है।

कीव, एपी: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते तनाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शुक्रवार को यूक्रेन की सेना ने खेरसॉन में रूसी चौकियों पर जबरदस्त बमबारी की। इस दौरान यूक्रेनी सेना ने प्रमुख आपूर्ति मार्गों पर निशाना साधा। रूस लगातार खेरसॉन पर अपना कब्जा बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। यह शहर रूस और यूक्रेन दोनों देशों के लिए ही प्रमुख उद्देश्य बना हुआ है। यहां यूक्रेन के प्रमुख उद्योग, नदी और समुद्री बंदरगाह हैं। रूस लगातार खेरसॉन की किलेबंदी की कोशिशों में लगा हुआ है।
युद्ध में नदी निभा रही प्रमुख भूमिका
यूक्रेनी सेना के सामान्य कर्मचारियों के अनुसार, क्रेमलिन ने खेरसॉन क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए 2,000 से अधिक ड्राफ्ट्स डाले हैं। रूस ने यह कदम युद्ध में अपने नुकसान की भरपाई और फ्रंट-लाइन इकाइयों को मजबूत स्थिति देने के लिए उठाया है। रूस और यूक्रेन के युद्ध में नीपर नदी प्रमुखता से आती है क्योंकि यह महत्वपूर्ण कार्य करती है। नदी के जरिए खाने के सामान की आपूर्ति, सैनिकों और नागरिकों के लिए क्रॉसिंग; दक्षिणी यूक्रेन में पीने का पानी और पनबिजली स्टेशन से बिजली उत्पादन के लिए नदी के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। नदी का ज्यादातर हिस्सा जिसमें पावर स्टेशन और क्रीमिया को पानी की सप्लाई शामिल है, वो रूस के नियंत्रण में है।
गोलाबारी में 4 की मौत 13 घायल
क्रेमलिन द्वारा खेरसॉन में तैनात किए गए अधिकारियों के मुताबिक यूक्रेन द्वारा नीपर नदी क्रॉसिंग पर की गई गोलाबारी में एक स्थानीय टीवी स्टेशन के लिए काम कर रहे दो पत्रकारों की मौत हुई है। साथ ही बताया जा रहा है कि गोलाबारी में दो अन्य लोगों की भी मौत हुई है और 13 घायल हुए हैं।
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