11000 की जनसंख्या वाले देश पर मंडरा रहा है डूबने का खतरा, ऑस्ट्रेलिया ने खोले दरवाजे; जानें क्या है मामला
Tuvalu Migration समुद्र का जलस्तर बढ़ने से तुवालु जैसे देश डूबने की कगार पर हैं। रिपोर्ट के अनुसार तुवालु अगले 25 वर्षों में डूब जाएगा जिसके कारण लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए समझौते के तहत हर साल 280 तुवालु नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता दी जाएगी। पहले चरण में 8750 लोगों ने आवेदन किया था जिनमें से 280 का चयन हुआ है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। समुद्र का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण दुनिया के कई देश डूबने की कगार पर हैं। प्रशांत महासागर में मौजूद तुवालु भी इन्हीं में से एक है। वायर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, तुवालु अगले 25 साल में डूब जाएगा। ऐसे में तुवालु के लोगों ने अभी से पलायन करना शुरू कर दिया है।
9 कोरल आईलैंड और अटॉल्स से बने तुवालु देश की जनसंख्या महज 11,000 है। यह द्वीप समुद्रतल से महज 2 मीटर ऊंचा है। ऐसे में तुवालु से लोगों का पलायन दुनिया का पहला योजनाबद्ध प्रवास (World First Planned Migration) माना जा रहा है।
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2 आईलैंड डूबे
समुद्रतल से कम ऊंचाई के कारण तुलावु में अक्सर बाढ़ और समुद्री तूफान जैसे खतरे बने रहते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, तुवालु के 9 में से 2 आईलैंड पहले ही डूब चुके हैं और बाकी आईलैंड भी डूबने की कगार पर हैं।
NASA के अनुसार,
15 सालें की तुलना में 2023 में तुवालु के आसपास का समुद्रीस्तर 15 सेंटीमीटर बढ़ गया था। ऐसे में संभावना है कि अगले 25 सालों यानी 2050 तक तुवालु पूरी तरह से डूब जाए।
ऑस्ट्रेलिया से किया समझौता
2023 में तुवालु और ऑस्ट्रेलिया ने फॉलेपिली समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत हर साल 280 तुवालु नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया की स्थायी नागरिकता प्रदान की जाएगी। 16 जुलाई से 18 जुलाई के बीच आवेदन का पहला फेज देखने को मिला।
8 हजार से ज्यादा लोगों ने किया आवेदन
ऑस्ट्रेलियन हाई कमिशन के अनुसार, 8,750 लोगों ने आवेदन किया था। जिनमें से बैलट के जरिए 280 लोगों का चयन किया गया है। चयन प्रक्रिया 25 जुलाई को पूरी हो चुकी है।
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