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    TAPI Pipeline: तालिबान ने किया ऐलान, तापी परियोजना चार माह में हो जाएगी शुरू

    By Piyush KumarEdited By:
    Updated: Fri, 10 Jun 2022 11:17 PM (IST)

    तालिबान सरकार ने एलान किया है कि तापी यानी तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत पाइपलाइन परियोजना को चार महीने के अंदर शुरू कर दिया जाएगा। टोलो न्यूज के मुताबिक खनन एवं पेट्रोलियम मंत्रालय के प्रवक्ता इस्मतुल्लाह बुरहान ने कहा कि भूमि अधिग्रहण जैसे कुछ कारणों से परियोजना की प्रक्रिया में देरी हो रही थी।

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    तालिबान सरकार ने एलान किया है कि तापी रियोजना को चार महीने के अंदर शुरू कर दिया जाएगा।(फाइल फोटो)

    काबुल, आइएएनएस: अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने एलान किया है कि तापी यानी तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत पाइपलाइन परियोजना को चार महीने के अंदर शुरू कर दिया जाएगा। टोलो न्यूज के मुताबिक, खनन एवं पेट्रोलियम मंत्रालय के प्रवक्ता इस्मतुल्लाह बुरहान ने कहा कि भूमि अधिग्रहण जैसे कुछ कारणों से परियोजना की प्रक्रिया में देरी हो रही थी। अब बस 15 प्रतिशत तकनीकी प्रक्रियाएं बाकी रह गई हैं, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।अर्थव्यस्था मंत्रालय के प्रवक्ता हबीब रहमान ने कहा कि परियोजना से अफगान अर्थव्यस्था को बल मिलेगा।

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    अफगानिस्तान के जरिये पाकिस्तान और भारत से जोड़ा जाएगा

    इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र में राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग बढ़ेगा, विशेष रूप से इन चारों देशों के बीच। तापी परियोजना का प्रस्ताव 1990 में आया था, तब से विभिन्न कारणों से यह शुरू नहीं हो सका। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तापी परियोजना के लिए व्यावहारिक कार्य 2018 में शुरू हुआ था, लेकिन अज्ञात कारणों से यह फिर से स्थगित हो गया। वहीं, तापी पाइपलाइन को बढ़ाकर 1680 किमी किया जाना है और इसे अफगानिस्तान के हेरात और कंधार के जरिये पाकिस्तान और भारत से जोड़ा जाएगा।

    अफगानिस्तान में दोबारा खुल सकता है भारतीय दूतावास

    बता दें कि भारत अब जल्द ही अफगानिस्तान स्थित अपने दूतावास को भी दोबारा खोलने को लेकर गंभीर है। हालांकि भारत अभी तालिबान की सत्ता को आधिकारिक स्वीकृति देने पर विचार नहीं कर रहा है।

    पिछले दिनों विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (ईरान, अफगानिस्तान व पाकिस्तान) के नेतृत्व में काबुल गए भारतीय दल की तालिबान सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत हुई थी और वहां के जमीनी हालात का जायजा लिया गया। इसके बाद भारत ने अपने दूतावास में कामकाज फिर से शुरू करने का मन बनाया है। तालिबान की तरफ से भारतीय दूतावास व उसमें काम करने वाले अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने में सहयोग का आश्वासन मिला है।