Islamic law: तालिबान ने की बड़ी घोषणा, कहा- इस्लामी कानून के मद्देनजर अफगान पाठ्यक्रम की होगी समीक्षा
अफगान समाचार एजेंसी ने अफगान शिक्षा मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देश भर में 165 विभिन्न शैक्षिक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं जिनमें से 20 स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम (under graduate) और 15 मास्टर डिग्री पाठ्यक्रम (post graduate)को पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है।
काबुल, एजेंसी। तालिबान ने शनिवार को बड़ी घोषणा की है। उसने कहा कि वह अफगान संस्कृति, अंतरराष्ट्रीय शैक्षिक मानकों और इस्लामी कानून के मद्देनजर पाठ्यक्रम की समीक्षा और संशोधन करने की योजना बना रहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, उच्च शिक्षा मंत्रालय के तालिबान प्रवक्ता अहमद तकी ने कहा कि 35 शैक्षणिक पाठ्यक्रम को पहले ही अंतिम रूप दिए जा चुके हैं। वहीं इसके साथ ही पूरे अफगानिस्तान में एकल शैक्षणिक पाठ्यक्रम स्थापित किया जाएगा।
उच्च शिक्षा मंत्रालय के तालिबान प्रवक्ता का बयान
उच्च शिक्षा मंत्रालय के तालिबान प्रवक्ता अहमद तकी ने कहा, 'हमने उन अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को अपनाया है, जिनका हम समर्थन करते हैं और अफगानिस्तान के पाठ्यक्रम को उन मानदंडों के साथ मिलाने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि हम पाठ्यक्रम में अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें।'
अफगान समाचार एजेंसी ने अफगान शिक्षा मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देश भर में 165 विभिन्न शैक्षिक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिनमें से 20 स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम (under graduate) और 15 मास्टर डिग्री पाठ्यक्रम (post graduate)को पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है।
कई राष्ट्रीय और प्रांतीय पदों में किया गया फेरबदल
आपको बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में, तालिबान के सर्वोच्च नेता हैबतुल्लाह अखुंदजादा ने कार्यवाहक शिक्षा मंत्री सहित कई राष्ट्रीय और प्रांतीय पदों में फेरबदल किया है। यह फेरबदल तब हुआ है, जब अफगानिस्तान में हाई स्कूलों से लड़कियों को बाहर करने के लिए तालिबान की आलोचना हो रही है। तालिबान का कहना है कि वे लड़कियों के लिए माध्यमिक विद्यालय खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने कोई निश्चित समय सीमा नहीं दी है।
हाई स्कूल खोलने का आह्वान
वहीं पिछले हफ्ते, संयुक्त राष्ट्र ने देश के वास्तविक अधिकारियों से सभी के लिए हाई स्कूल फिर से खोलने के लिए अपना आह्वान दोहराया था। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन, UNAMA के कार्यवाहक प्रमुख, मार्कस पोटजेल ने कहा था, 'यह एक दुखद, शर्मनाक और पूरी तरह से टालने योग्य वर्षगांठ है।'
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने कहा, 'हाई स्कूल से लड़कियों के बहिष्करण का कोई विश्वसनीय औचित्य नहीं है और दुनिया में कहीं भी इसकी समानता नहीं है। यह लड़कियों की एक पीढ़ी और अफगानिस्तान के भविष्य के लिए बहुत ही हानिकारक है।'
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन के अनुसार, तालिबान विभिन्न वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं कि वे देश के स्कूलों में लडकियों की वापसी को सक्षम करेंगे।
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