China-Taiwan Tension: ताइवानी राष्ट्रपति ने चीन को दी चेतावनी, कहा- संप्रभुता पर समझौते के लिए कोई जगह नहीं
ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने सोमवार को कहा कि हम अपने देश की संप्रभुता के साथ किसी तरह का समझौता नहीं कर सकते हैं। चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि युद्ध का सहारा लेना क्रास स्ट्रेट संबंधों का विकल्प नहीं होना चाहिए।
ताइपे, एएनआइ। ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने कहा कि हम अपने देश की संप्रभुता के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं और इसके लिए कोई जगह नहीं है। साथ ही उन्होंने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि युद्ध का सहारा लेना क्रास स्ट्रेट संबंधों का विकल्प नहीं होना चाहिए। राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर ये टिप्पणी की। राष्ट्रीय दिवस को डबल टेन डे भी कहा जाता है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने अपने राष्ट्रीय दिवस भाषण के दौरान कहा, 'ताइवान के लोगों की सहमति ही हमारी संप्रभुता, हमारे स्वतंत्र और लोकतांत्रिक जीवन शैली की रक्षा करना है। इस पर समझौता करने की कोई गुंजाइश नहीं है।'
पेलोसी की यात्रा के बाद चीन के साथ बढ़ा तनाव
राष्ट्रपति ने कहा, 'मैंने बीजिंग के अधिकारियों से कहा कि क्रास स्ट्रेट संबंधों को सुधारने के लिए युद्ध कोई विकल्प नहीं होना चाहिए।' उन्होंने कहा कि सिर्फ ताइवान के लोगों की सहमति, स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक शैली ही साकारात्मक कदम उठाने में मदद कर सकता है।' अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन के साथ बढ़े विवाद के बारे में राष्ट्रपति ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय ताइवान की सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने को लेकर काफी स्पष्ट है। अगर ताइवान की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता खत्म होती है, तो यह दुनिया भर के लोकतंत्रों के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा।'
राष्ट्रीय दिवस पर कई नेताओं ने लिया भाग
बता दें कि ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर पलाऊ के राष्ट्रपति सहित कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने कार्यक्रम में भाग लिया। पलाऊ ताइवान के साथ पूर्ण राजनयिक संबंध रखने वाले 14 देशों में से एक है। साथ ही इस कार्यक्रम में अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य एडी बर्निस जानसन ने भी भाग लिया।
चीनी घुसपैठ की संख्या में वृद्धि
ताइवान को चीन की सेना की ओर से बार-बार घुसपैठ का सामना करना पड़ रहा है। खासकर अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद इसकी संख्या में इजाफा हुआ है। पेलोसी की यात्रा के बाद से, लाइव फायर मिसाइल परीक्षण, चीन के तट पर बड़े पैमाने पर सैन्य युद्धाभ्यास, ताइवान सीमा पर फाइटर जेट की तैनाती और ताइवान के कब्जे वाले द्वीपों कई चीनी ड्रोन गतिविधि देखने को मिली हैं।