सिडनी हमले का 26/11 मुंबई टेरर अटैक कनेक्शन, आतंकियों ने इस खास व्यक्ति को क्यों बनाया निशाना?
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोन्डी बीच पर हनुक्का पर्व के दौरान यहूदी-विरोधी आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत हो गई। हमले में रब्बी एली श्लांगर भी मारे गए, ...और पढ़ें
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26/11 पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने वाले रब्बी की मौत (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में स्थित बोन्डी बीच पर हनुक्का पर्व के दौरान हुए एक यहूदी-विरोधी आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 41 वर्षीय रब्बी एली श्लांगर भी मारे गए। रब्बी वही व्यक्ति थे जिन्होंने हाल ही में 2008 के 26/11 मुंबई आतंकी हमले में मारे गए चाबाद मिशनरियों की याद में आयोजित एक कार्यक्रम से जुड़े थे।
बोन्डी बीच पर यह हमला उस समय हुआ जब सैकड़ों लोग 'हनुक्का बाय द सी' कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कैंपबेल परेड इलाके में जुटे थे। यह आयोजन हनुक्का पर्व के पहले दिन के मौके पर रखा गया था।
कौन थे रब्बी श्लांगर?
रब्बी एली श्लांगर पिछले 18 वर्षों से सिडनी में रह रहे थे और चाबाद बोन्डी के सहायक रब्बी थे। वह हाल ही में पांचवीं बार पिता बने थे। उनके चचेरे भाई रब्बी जालमैन लुईस ने सोशल मीडिया पर उनकी मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि श्लांगर अपने पीछे पत्नी, छोटे बच्चों और परिवार को छोड़ गए हैं।
ऑस्ट्रेलियाई यहूदी परिषद के सह-सीईओ और उनके मित्र एलेक्स रिवचिन ने कहा कि श्लांगर समाज के हर वर्ग की मदद करते थे। वह जेलों में कैदियों से मिलते, बुजुर्गों के साथ समय बिताते और जरूरतमंदों को खाना उपलब्ध कराते थे।
रब्बी श्लांगर के बहनोई रब्बी मेंडेल कास्टेल ने बताया कि परिवार पूरी तरह टूट चुका है। उन्होंने कहा कि श्लांगर की पत्नी की बचपन की सबसे अच्छी दोस्त के पति की भी इसी हमले में मौत हो गई। दोनों महिलाएं स्कूल के समय से दोस्त थी और इस हमले में दोनों ने अपने-अपने पति खो दिए।
कौन थे हमलावर?
पुलिस के अनुसार, इस आतंकी हमले में दो बंदूकधारियों ने भीड़ पर गोलियां चलाईं। 15 लोगों की मौत हुई जबकि 40 से अधिक लोग घायल हुए। घायलों में दो पुलिसकर्मी और चार बच्चे शामिल थे। बाद में एक बच्ची ने भी दम तोड़ दिया। हमलावर पिता-पुत्र बताए जा रहे हैं। 50 वर्षीय आरोपी को पुलिस ने मार गिराया, जबकि दूसरा संदिग्ध गंभीर हाल में अस्पताल में भर्ती है।
ऑस्ट्रेलियाई PM ने क्या कहा?
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इसे यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया आतंकी हमला बताया। उन्होंने कहा कि हनुक्का जैसे खुशी के पर्व पर यहहमला पूरे देश पर हमला है। अल्बनीज ने यह भी कहा कि सरकार सख्त राष्ट्रीय गन कानून लाने पर विचार कर रही है।
उन्होंने बताया कि हमलावर के पा पिछले 10 साल से गन लाइसेंस था और उसके पास छह हथियार कानूनी रूप से थे। अल्बनीज ने कहा कि लोगों की परिस्थिया और सोच समय के साथ बदल जाती है, इसलिए लाइसेंस हमेशा के लिए नहीं दिया जाना चाहिए।

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