बांग्लादेश में आंदोलन से सत्ता में आए छात्रों ने बनाई पार्टी, हसीना को मौत की सजा के एलान से स्थिति बिगड़ी
बांग्लादेश में अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को क्राइम ट्रिब्यूनल द्वारा सजा सुनाए जाने के विरोध में बनेहिंसक और तनावपूर्ण वातावरण में सुधार हो रहा है। लेकिन राजधानी ढाका सहित सभी प्रमुख शहरों-स्थानोंपरसुरक्षाबलतैनात हैं।

बांग्लादेश में आंदोलन से सत्ता में आए छात्रों ने बनाई पार्टी (फोटो- रॉयटर)
पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को क्राइम ट्रिब्यूनल द्वारा सजा सुनाए जाने के विरोध में बने हिंसक और तनावपूर्ण वातावरण में सुधार हो रहा है। लेकिन राजधानी ढाका सहित सभी प्रमुख शहरों-स्थानों पर सुरक्षा बल तैनात हैं।
हसीना की पार्टी अवामी लीग के आह्वान पर बंद में कई शहरों में हिंसा हुई थी लेकिन बुधवार को लगातार दूसरे दिन किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इस बीच हिंसक आंदोलन के जरिये सत्ता पर काबिज हुए युवाओं ने नई पार्टी बनाई है।
शेख हसीना को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद बनी स्थितियों में बुधवार को बांग्लादेश के सर्वोच्च न्यायालय ने देश के सभी न्यायालयों और उनमें कार्यरत न्यायाधीशों की सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करने और वहां पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात करने का आदेश दिया है।
न्यायालय ने स्थिति की समीक्षा के लिए कमेटी भी गठित की है। हसीना के लिए सजा के एलान के बाद बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण है और उनके समर्थकों में गुस्सा है।
इस बीच आंदोलन के जरिये सत्ता पर काबिज हुए छात्रों ने नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) नाम से राजनीतिक दल बनाया है। चुनाव आयोग ने पार्टी को शापला कोली (वाटर लिली फूल की कली) चिह्न दिया गया है। यह पार्टी फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनाव में भाग लेगी। विदित हो कि शापला (वाटर लिली) फूल बांग्लादेश का राष्ट्रीय चिह्न है।

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