Sri Lanka Crisis News LIVE: श्रीलंका से फरार गोटाबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा, संसद के अध्यक्ष ने की पुष्टि
LIVE Sri Lanka Crisis News: श्रीलंका में मचे भारी बवाल के बीच फरार गोटाबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। गोटाबाया के इस्तीफे को लेकर, श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष ने पुष्टी की है। अध्यक्ष के कार्यालय से जारी एक बयान में बताया गया है कि उन्हें त्याग पत्र प्राप्त हो गया है। इससे पहले गुरुवार को दिन में खबर आइ थी कि गोटाबाया सिंगापुर में ही रहेंगे।

कोलंबो, एजेंसी। श्रीलंका में मचे भारी बवाल के बीच फरार गोटाबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। गोटाबाया के इस्तीफे को लेकर, श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष ने पुष्टी की है। अध्यक्ष के कार्यालय से जारी एक बयान में बताया गया है कि उन्हें त्याग पत्र प्राप्त हो गया है। इससे पहले गुरुवार को दिन में खबर आइ थी कि गोटाबाया सिंगापुर में ही रहेंगे। वो अपनी पत्नी संग गुरुवार को मालदीव से सिंगापुर पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि गोटाबाया सिंगापुर के बाद सऊदी अरब जाएंगे।
उधर, श्रीलंकाई सरकार ने राजधानी कोलंबो में कर्फ्यू की सीमा बढ़ा दी है। कोलंबो में 14 जुलाई दोपहर 12 बजे से 15 जुलाई सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू बढ़ाया गया है। बता दें कि गोटाबाया गोटाबाया श्रीलंका छोड़कर मालदीव आ गए थे। गोटाबाया के देश छोड़ने के बाद श्रीलंका में बवाल हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास और दफ्तर पर कब्जा कर लिया है। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने आपातकाल का एलान किया।
श्रीलंका में मचे भारी बवाल के बीच फरार गोटाबाया राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। गोटाबाया के इस्तीफे को लेकर, श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष ने पुष्टी की है। अध्यक्ष के कार्यालय से जारी एक बयान में बताया गया है कि उन्हें त्याग पत्र प्राप्त हो गया है।
"The Speaker of Sri Lanka's Parliament has received President Gotabaya Rajapaksa's resignation letter," Sri Lankan Speaker's office says.
— ANI (@ANI) July 14, 2022
(File photo) pic.twitter.com/KPehGaOEjg
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के सिंगापुर पहुंचने पर, देश के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि राजपक्षे सिंगापुर एक निजी यात्रा पर आए हैं। उन्होंने किसी तरह की शरण नहीं मांगी है और न ही उन्हें सिंगापुर के ओर से किसी भी तरह की सहायता दी गई है।
श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे ने अपने वकीलों के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया है कि वे संकटग्रस्त देश को तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक कि उनके खिलाफ दायर मौलिक अधिकार याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई नहीं हो जाती।
श्रीलंका के राष्ट्रपति सिंगापुर में ही रहेंगे। वो अपनी पत्नी संग गुरुवार को मालदीव से सिंगापुर के लिए रवाना हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि गोटाबाया सिंगापुर के बाद सऊदी अरब जाएंगे।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन खाली कर दिया है। सेना ने इसे अपने कब्जे में ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों को खाली करने का एलान किया था।.jpg)
श्रीलंका की संसद के बाहर टैंकों की तैनाती की गई है। प्रदर्शनकारियों को संसद भवन में घुसने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को पीएम आवास पर कब्जा कर लिया है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
श्रीलंका की सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि श्रीलंकाई सैनिकों को संपत्ति और जीवन को बचाने के लिए आवश्यक बल प्रयोग करने के लिए अधिकृत किया गया है।
श्रीलंका में बुधवार को सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके अलावा हवाई फायरिंग की भी आवाज सुनी गई। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान कई लोग घायल हो गए। वहीं, एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और उनकी पत्नी सऊदी एयरलाइंस की उड़ान SV788 में माले से गुरुवार सुबह रवाना हो चुके हैं। राष्ट्रपति आज शाम सात बजे सिंगापुर पहुंचेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद वह सऊदी अरब के जेद्दा जाएंगे।
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो की सड़कों पर टैंक तैनात किए गए हैं। लोगों के भारी प्रदर्शन को देखते हुए आर्मी टैंक को उतारा गया है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
#WATCH | Sri Lanka: Military tanks deployed on the roads of Colombo, as massive protests continue to simmer in the island-nation pic.twitter.com/wNiqTMdT5Q
— ANI (@ANI) July 14, 2022
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे सऊदी एयरलाइंस के एक विमान में सवार हो चुके हैं। गोटाबाया सिंगापुर जाएंगे और फिर सऊदी अरब के जेद्दा रवाना होंगे। एजेंसी एपी ने मालदीव सरकार के अधिकारियों का हवाला दिया है।
श्रीलंका सरकार ने कोलंबो में कर्फ्यू बढ़ा दिया है। कोलंबो में 14 जुलाई दोपहर 12 बजे से 15 जुलाई सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा।
कोलंबो में सैन्यकर्मियों के साथ प्रदर्शनकारियों का एक समूह पीएम रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय पर लग्जरी कारों और संपत्ति की सुरक्षा में लगा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, मैं और मेरे दोस्त इस संपत्ति को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं क्योंकि ये जनता के पैसों से बनी है।
श्रीलंका में प्रदर्शनकारी जल्द ही सरकारी इमारतों को छोड़ने वाले हैं। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे जल्द सभी सरकारी जगहों से बाहर आ जाएंगे।
राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे मालदीव से सिंगापुर रवाना होंगे। डेली मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें लेने के लिए प्राइवेट जेट माले पहुंच गया है। गोटाबाया श्रीलंका छोड़कर मालदीव आए थे।
पीएम आवास पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया है। उधर, श्रीलंकाई सैन्यकर्मी कोलंबो में प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की कुर्सी की रक्षा कर रहे हैं। इसका वीडियो भी सामने आया है।
#WATCH | Sri Lankan military personnel guard the Prime Ministers chair in his office in Colombo, in view of the #SriLankaProtests pic.twitter.com/kd9L7Fevm8
— ANI (@ANI) July 14, 2022
श्रीलंका के प्रदर्शनकारी अभी भी पीएम आवास में डटे हुए हैं। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास और दफ्तर पर कब्जा कर लिया था।
Sri Lanka | Protestors continue to remain inside the premises of Sri Lankas PM office in Colombo after they entered there, yesterday pic.twitter.com/SrLou3ZXrA
— ANI (@ANI) July 14, 2022
सेंट्रल बैंक आफ श्रीलंका ने आभासी मुद्राओं खासकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से उत्पन्न महत्वपूर्ण वित्तीय, परिचालन, कानूनी और सुरक्षा संबंधी जोखिमों के संभावित जोखिम को देखते हुए लोगों को चेतावनी दी है। बैंक ने लोगों को इंटरनेट के माध्यम से पेश की जाने वाली इस प्रकार की आभासी योजनाओं में निवेश ने करने की हिदायत दी है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष के कार्यालय से जानकारी दी गई है। बताया गया कि अध्यक्ष को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से इस्तीफे की चिट्ठी मिलना बाकी है।
श्रीलंका में चल रहे राजनीतिक संकट से निपटने के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक आपात बैठक की। बैठक में नेताओं ने फैसला किया कि देश में मौजूदा स्थिति को हल करने के लिए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
श्रीलंका में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुलाकात की है। मुलाकात में फैसला किया कि देश में मौजूदा स्थिति को हल करने के लिए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने श्रीलंका की राजनीतिक पार्टियों से सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने श्रीलंका में कानून के शासन को बनाए रखने की अपील भी की है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने श्रीलंका को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि संघर्ष के मूल कारणों और प्रदर्शनकारियों की शिकायतों का समाधान किया जाए। मैं सभी पार्टी नेताओं से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए समझौते की भावना को अपनाने का आग्रह करता हूं।
