कौन है मोतलेब सिकदर? जिसे हादी के बाद सर में मारी गई गोली, बांग्लादेश में लगातार बिगड़ रहे हालात
बांग्लादेश में हालात और बिगड़ गए हैं। हादी के बाद एक और छात्र नेता को सिर में गोली मारी गई है, जिससे राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। यह घटना ढाका विश्वविद्य ...और पढ़ें
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बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा का दौर जारी। (रॉयटर्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा का दौर जारी है। पिछले साल के हिंसक छात्र आंदोलन से जुड़े शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद एक और छात्र नेता को सिर में गोली मार दी गई है।
अज्ञात बंदूकधारियों ने सोमवार को नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) से जुड़े मोतलेब सिकदर पर खुलना शहर में दिन-दहाड़े हमला किया। इंकलाब मंच के नेता हादी को भी इसी तरह ढाका में एक चुनावी अभियान के दौरान नकाबपोश बंदूकधारियों ने सिर में गोली मारी थी। बाद में सिंगापुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
नेशनल सिटिजन पार्टी की संयुक्त प्रधान समन्वयक महमूदा मितु ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा-एनसीपी के खुलना डिवीजन के प्रमुख और पार्टी के श्रमिक मोर्चे के केंद्रीय समन्वयक मोतलेब सिकदर को कुछ मिनट पहले गोली मार दी गई। उसे गंभीर स्थिति में खुलना मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार पत्र 'कालेर कंठ' ने अस्पताल के सूत्रों के हवाले से बताया कि सिकदर के सिर में बाईं ओर गोली मारी गई और जब उसे अस्पताल लाया गया, तो बहुत अधिक खून बह रहा था।
कौन है मोतलेब सिकदर?
मोतलेब सिकदर बांग्लादेश के सोनाडांगा जिले के शेखपारा पल्ली के निवासी हैं। 42 साल का यह नेता नेशनल सिटीजन पार्टी के खुलाना मंडल प्रमुख और पार्टी के कार्यकर्ता विंग, एनसीपी श्रमिक शक्ति के केंद्रीय आयोजक हैं।
बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से जारी राजनीतिक हिंसा को चुनाव से पहले माहौल खराब करने की साजिश माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हादी की हत्या के बाद व्यापक पैमाने पर भड़के आक्रोश को शांत करने के लिए मोहम्मद यूनुस सरकार ने तमाम प्रयास किए हैं। ढाका विश्वविद्यालय में एक हाल का नाम शेख मुजीब के नाम पर था। सरकार ने इसका नामकरण हादी के नाम पर कर दिया।
बांग्लादेश के राष्ट्रकवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के बगल में हादी की कब्र भी बनवा दी। लेकिन, माहौल शांत होने से पहले एक और छात्र नेता पर हमले से लगता है कि कुछ लोग आग लगाए रखना चाहते हैं। सिकदर पर हुए हमले के बाद पुलिस ने कहा कि वह अभी तक हमलावरों या उनके मकसद के बारे में अनजान है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी के लिए तत्काल तलाश अभियान शुरू कर दिया है।
स्थानीय थाने के प्रमुख अनिमेष मंडल ने पत्रकारों को बताया कि खुलना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिकारियों ने सिकदर की स्थिति का सटीक आकलन करने के लिए उसे सिटी इमेजिग सेंटर में स्थानांतरित कर दिया है।
हादी के हमलावर के बारे में कोई जानकारी नहीं
बांग्लादेश पुलिस ने रविवार को कहा कि शरीफ उस्मान हादी की हत्या के मुख्य संदिग्ध के ठिकाने के बारे में उसके पास फिलहाल कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। यह बयान हादी की पार्टी इंकलाब मंच द्वारा शनिवार को अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी करने के एक दिन बाद आया है, जिसमें हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी में ''स्पष्ट प्रगति'' की मांग की गई है।
पत्रकारों से बात करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक खांडेकर रफीकुल इस्लाम ने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां गोली चलाने वाले फैसल करीम मसूद का पता लगाने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही हैं। हमारे पास फैसल के आखिरी ठिकाने के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।
पुलिस हिरासत में अवामी लीग के नेता की मौत
आइएएनएस के अनुसार, बांग्लादेश में अवामी लीग के सदस्यों की हिरासत में मौत का सिलसिला जारी है। गाजीपुर जिले की काशिमपुर केंद्रीय जेल से रिमांड पर ले जाने के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी के एक और नेता की मौत हो गई। मृतक की पहचान 43 वर्षीय वासिकुर रहमान बाबू के रूप में हुई है। वह गोपालगंज जिले के तुंगीपारा उपजिला के निवासी थे और बड्डा थाना अवामी लीग के युवा और खेल सचिव के रूप में कार्यरत थे।
अत्याचार के विरोध में अल्पसंख्यकों का प्रदर्शन बांग्लादेश के अल्पसंख्यक संगठनों ने अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों को रोकने में सरकार के विफल रहने के विरोध में प्रदर्शन किया। हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक संगठनों ने दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या के विरोध में सोमवार को ढाका में मानव श्रृंखला बनाई और कहा कि अंतरिम सरकार अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा, हत्या और अत्याचार रोकने में विफल रही है।
अल्पसंख्यक एकता मोर्चा के संयुक्त समन्वयक मनिंद्र कुमार नाथ ने कहा कि मोहम्मद यूनुस दावा करते हैं कि वह एक मानवीय बांग्लादेश का निर्माण करेंगे, लेकिन वास्तव में वह एक अमानवीय मुख्य सलाहकार हैं। इस बीच, अधिकारियों ने दीपू चंद्र दास की हत्या, मीडिया कार्यालयों पर हमले और भारतीय राजनयिक दूतावास के पास हिंसक प्रदर्शनों से जुड़े 21 संदिग्धों की गिरफ्तारी की घोषणा की है।
बांग्लादेश में दाखिल हुआ बीएसएफ कांस्टेबल सुरक्षित लौटाए
एनआइ के अनुसार, बंगाल के कूच बिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशी तस्करी के प्रयास को विफल करने की कोशिश में गलती से बांग्लादेश में दाखिल हुआ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक कॉन्स्टेबल रविवार दोपहर सुरक्षित भारत लौट आया।
बीएसएफ की 174वीं बटालियन के कॉन्स्टेबल वेद प्रकाश ने मवेशी तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान रविवार तड़के अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर ली थी। यह घटना घने कोहरे के चलते हुई, जिससे सुबह के समय सीमावर्ती क्षेत्र में दृश्यता काफी कम हो गई थी। कॉन्स्टेबल नियमित गश्त के दौरान तस्करों का पीछा करते हुए अपनी टीम से अलग हो गया था।
यूनुस ने लिया कानून-व्यवस्था का जायजा
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने स्टेट गेस्ट हाउस में हुई एक बैठक में देश की कानून-व्यवस्था का जायजा लिया। बैठक में गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान और विभिन्न सुरक्षा एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या से संबंधित गिरफ्तारियों और जांच की प्रगति पर भी गहन चर्चा हुई।
बैठक में बताया गया कि चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास के पास अशांति फैलाने के प्रयासों में शामिल तीन व्यक्तियों की पहचान वीडियो फुटेज के माध्यम से की गई है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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