Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Singapore: चावल निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए भारत के संपर्क में सिंगापुर, सरकार ने लगाई थी रोक

    सिंगापुर में भारत से निर्यात होने वाले कुल चावल में गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी करीब 25 प्रतिशत है। 2022 में सिंगापुर के आयातित चावल में भारत की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत थी। सिंगापुर की चावल भंडार योजना के तहत चावल आयातकों को अपने मासिक आयात के दोगुने के बराबर बफर स्टाक रखना होता है। इससे बाजार में चावल की आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।

    By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Fri, 28 Jul 2023 08:26 PM (IST)
    Hero Image
    सिंगापुर में भारत से निर्यात होने वाले कुल चावल में गैर-बासमती चावल की हिस्सेदारी करीब 25 प्रतिशत

    सिंगापुर, पीटीआई। गैर-बासमती सफेद चावल के भारत से निर्यात पर प्रतिबंध से छूट पाने के लिए सिंगापुर भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है। सिंगापुर खाद्य एजेंसी (एसएफए) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'एसएफए विभिन्न स्त्रोतों से चावल की विभिन्न किस्मों का आयात बढ़ाने के लिए आयातकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। प्रतिबंध से छूट पाने के लिए सिंगापुर भी भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है। 'भारत सरकार ने आगामी त्योहारों के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए 20 जुलाई को गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी करीब 25 प्रतिशत

    सिंगापुर में भारत से निर्यात होने वाले कुल चावल में गैर-बासमती सफेद चावल की हिस्सेदारी करीब 25 प्रतिशत है। एजेंसी ने कहा कि 2022 में सिंगापुर के आयातित चावल में भारत की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत थी। सिंगापुर 30 से अधिक देशों से चावल आयात करता है। भारत ने चालू वित्त वर्ष की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में करीब 15.54 लाख टन चावल का निर्यात किया, जो कि एक साल पहले इसी तिमाही में केवल 11.55 लाख टन था। यानी इसमें 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

    एसएफए के मुताबिक, सिंगापुर की चावल भंडार योजना के तहत चावल आयातकों को अपने मासिक आयात के दोगुने के बराबर बफर स्टाक रखना होता है। इससे बाजार में चावल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिलती है। भारत द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से अफ्रीकी देश, तुर्किये, सीरिया, पाकिस्तान समेत अन्य देश प्रभावित होंगे।