कोरोना के बीच द. कोरिया में मना बाल दिवस कार्यक्रम, राष्ट्रपति मून ने की बच्चों से वर्चुअल मुलाकात
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते वार्षिक बाल दिवस कार्यक्रम में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन बच्चों को वर्चुअल रूप से राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया।
सियोल, एजेंसी। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते वार्षिक बाल दिवस कार्यक्रम में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन बच्चों को वर्चुअल रूप से राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया। योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति मून के साथ उनक पत्नी व देश की प्रथम महिला किम जंग-सूक ने एक विशेष वीडियो क्लिप के जरिए इसमें हिस्सा लिया।
राष्ट्रपति मून ने बच्चों के धैर्य की तारीफ की
इस मौके पर राष्ट्रपति मून ने कहा कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते बच्चों को महीनों तक स्कूल से बाहर रखा गया है। उन्होंने बच्चों के धैर्य की तारीफ करते हुए कहा कि हम आपके धैर्य की वजह से कोरोना वायरस पर काबू पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृपया याद रखें कि जैसा हम बच्चों को दिखाते हैं, बच्चे वैसा ही हमारा अनुकरण करते हैं। उन्होंने कोरोना से निपटने में देशवासियों की तारीफ करते हुए नागरिकों को हीरो कहा। इस मौके पर देश की प्रथम महिला ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए बच्चों को दिन में कई बार हाथ धोने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बच्चों को चेहरे में मास्क पहनना चाहिए। दक्षिण कोरिया में चिल्ड्रेन डे के मौके पर चेओंग वा दे ने कहा कि यह विदेशों में बच्चों के लिए अंग्रेजी उपशीर्षक के साथ फुटेज भी जारी करेगा।
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में बेहतरीन काम
दक्षिण कोरिया ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में बेहतरीन काम किया है। यही वजह है कि पिछले एक महीने से लगातार वहां, नए कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 100 से नीचे हैं। संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे दक्षिण कोरिया के डेगू शहर में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। दक्षिण कोरिया के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अब तक देश में 10,780 मामलों सामने आए हैं और 250 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने बताया कि कुल मामलों में से 1081 केस अंतरराष्ट्रीय आगमन से जुटे हैं। लेकिन हाल के हफ्तों में इन मामलों में भी गिरावत आई है, क्योंकि सरकार ने सीमा नियंत्रण के नियमों को सख्त किया है। नियमों के तहत विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में भेजा हा रहा है।