Russia Ukraine War: जोश में खेरसान, लेकिन खतरा अभी टला नहीं; 70 प्रतिशत क्षेत्र पर रूसी सेना का कब्जा
यूक्रेन ने रूसी सेना के कब्जे से खेरसान शहर को मुक्त करा लिया है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। यूक्रेन ने क्षेत्र में रूसी सैनिकों की मौजूदगी की आशंका जताई है। खेरसान का 70 प्रतिशत क्षेत्र अभी भी रूसी सेना के कब्जे में है।
कीव, एपी। यूक्रेन के खेरसान शहर से रूसी सेना का आठ महीने का कब्जा खत्म हुआ और अब वहां पहुंची यूक्रेनी सेना स्थिरता लाने के प्रयास में जुट गई है। रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण खेरसान शहर पर कब्जे ने यूक्रेनी सेना को जोश से भर दिया है। अब वह खेरसान प्रांत के बाकी क्षेत्रों, क्रीमिया और डोनबास से भी रूस का कब्जा खत्म करने की रणनीति बनाने में जुट गई है।
क्रीमिया और डोनबास पर 2014 में रूसी सेना का कब्जा
क्रीमिया और डोनबास पर रूसी सेना और उसके समर्थक विद्रोहियों ने 2014 में कब्जा कर लिया था। क्रीमिया खेरसान के नजदीक का इलाका है। पूरी तरह से सेना हटाने का रूस का एलान होने के कुछ घंटों बाद सड़कों पर हालात भांपकर खेरसान शहर के लोग घरों से बाहर आ गए और उन्होंने यूक्रेन का झंडा लहराते हुए खुशियां मनानी शुरू कर दीं।
अलर्ट मोड पर रही यूक्रेनी सेना
नजदीकी गांवों के लोग भी शुक्रवार रात खेरसान शहर में आ गए और उन्होंने यूक्रेनी सैनिकों के साथ मिलकर खुशियां मनानी शुरू कर दीं, लेकिन इस दौरान यूक्रेनी सेना पूरी तरह से सतर्क रही। शनिवार सुबह वह रूसी सेना द्वारा खड़े किए अवरोधों को हटाने और व्यवस्थाओं को सामान्य बनाने में जुटी।
रूसी सेना ने छोड़ा खेरसान शहर
रूसी सेना ने शुक्रवार सुबह खेरसान शहर छोड़ दिया था। अब वह डेनिप्रो नदी पारकर उसके पूर्वी तट पर पहुंच गई है। खेरसान प्रांत के 70 प्रतिशत क्षेत्र पर अभी भी रूसी सेना का कब्जा बना हुआ है। यूक्रेनी सुरक्षा बलों की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अब उसका डेनिप्रो नदी के पश्चिमी तट के भूभाग पर कब्जा हो गया है। यह हिस्सा खेरसान प्रांत का 30 प्रतिशत भूभाग है।
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'रूस के सैनिक छिपे हो सकते हैं'
ठंडक के मौसम में रूसी सेना का पश्चिमी तट पर कब्जे के लिए दोबारा हमला होने के आसार नहीं हैं, लेकिन यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने आशंका जताई है कि रूस के कुछ सैनिक खेरसान शहर में मौजूद हो सकते हैं, जो सामान्य वस्त्रों में यूक्रेनी सेना की गतिविधियों और तैयारियों पर नजर रख रहे होंगे। छिपे हुए ये सैनिक भविष्य में होने वाली रूसी सेना की कार्रवाई में उसकी मदद कर सकते हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी खेरसान में रूसी सैनिकों की मौजूदगी से इन्कार नहीं किया है।
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