Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूक्रेन में अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन के लिए रूस जिम्मेदार, मानवाधिकार कोर्ट ने सुनाया फैसला; क्रेमलिन बोला- हम इसे नहीं मानते

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 10:30 PM (IST)

    यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय ने रूस को यूक्रेन में अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और 2014 में मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान MH-17 को मार गिराने का दोषी ठहराया है। न्यायालय ने कहा कि रूसी बलों ने यूक्रेन में मानवाधिकार कानून का घोर उल्लंघन किया जिससे नागरिकों की मौतें हुईं और भय का माहौल बना। रूस ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया है।

    Hero Image
    यूक्रेन और नीदरलैंड्स की तरफ से रूस के विरुद्ध लाए गए चार मामलों में आया फैसला (फोटो: रॉयटर्स)

    एपी, हेग। यूरोप के शीर्ष मानवाधिकार कोर्ट ने बुधवार को अपने फैसले में रूस को यूक्रेन में अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन करने और 2014 में मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान एमएच-17 को मार गिराने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

    यह पहली बार है, जब यूक्रेन में 2022 से जारी रूस के हमलों के बीच किसी अंतरराष्ट्रीय अदालत ने युद्ध से संबंधित मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया है। स्ट्रासबर्ग स्थित यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय के जजों ने यूक्रेन और नीदरलैंड्स की तरफ से रूस के विरुद्ध लाए गए चार मामलों में फैसला सुनाया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रूस ने इससे किया किनारा

    इन मामलों में युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन में हत्या, यातना, दुष्कर्म, नागरिक ढांचों को तबाह करना और यूक्रेनी बच्चों का अपहरण समेत 2014 में यात्री विमान एमएच-17 को रूस समर्थित यूक्रेनी अलगाववादियों द्वारा मार गिराना शामिल है। लोगों से खचाखच भरे कोर्टरूम में न्यायालय के अध्यक्ष मैटियास गुइयोमार ने कहा कि रूसी बलों ने हमले करके यूक्रेन में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का घोर उल्लंघन किया है, जिसमें हजारों नागरिक मारे गए या घायल हुए हैं और भय व आतंक का माहौल बना है।

    फ्रांसीसी जज ने कहा, 'युद्ध के हथियार के तौर पर दुष्कर्म एक अत्यंत क्रूर कार्य है, जो यातना के समान है।' ये निर्णय काफी हद तक प्रतीकात्मक हैं। रूस ने कहा कि वह इस फैसले को नजरअंदाज करने की योजना बना रहा है। रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, 'हम इसका पालन नहीं करेंगे। हम इसे अमान्य मानते हैं।'

    17 जुलाई, 2014 को एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहे बोइंग 777 विमान को रूस निर्मित बक मिसाइल से मार गिराया गया था, जो पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र से दागी गई थी। मलेशिया एयरलाइंस के विमान सवार सभी 298 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी, जिनमें नीदरलैंड्स के 196 नागरिक शामिल थे। जबकि रूस ने फरवरी, 2022 में यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया, तब से यह युद्ध जारी है।

    यह भी पढ़ें: 'हम यूक्रेन को और हथियार भेजेंगे', ट्रंप का फिर यू-टर्न; अचानक किया बड़ा एलान

    comedy show banner
    comedy show banner