शापित हीरा या महज कहानी... लूव्र म्यूजियम में लुटेरे क्यों छोड़ गये 5 अरब का बेशकीमती रीजेंट डायमंड?
पेरिस के लूव्र म्यूजियम में हुई डकैती में चोरों ने करोड़ों के गहने चुराए, लेकिन 60 मिलियन डॉलर का रीजेंट हीरा छोड़ दिया। यह हीरा यूरोप का सबसे बड़ा है, जो सदियों पहले भारत में मिला था। इसका वजन 140.6 कैरेट है। किंवदंतियों के अनुसार, यह हीरा शापित है। यह कई शाही ताजों की शान बना और कई बार गिरवी भी रखा गया।

चोरों ने छोड़ा 60 मिलियन का हीरा। जागरण फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस के मशहूर लूव्र म्यूजियम में इस हफ्ते की शुरुआत में हुई डकैती ने सभी को हैरान कर दिया। चोरो ने चंद मिनटों के अंदर करोड़ो रुपयों के गहने गबन कर दिए। लेकिन सबसे आश्चर्य की बात ये रही कि इस डकैती में वे 60 मिलियन डॉलर (करीब साढ़े पांच अरब रुपये) के एक हीरे को छोड़ गये।
ये हीरा यूरोप में अपनी तरह का सबसे बड़ा हीरा है और सैकड़ों वर्ष पहले भारत में पाया गया था। आइये जानते हैं इस बेशकीमती हीरे की कहानी...
कितना कीमती है रीजेंट डायमंड?
कुशन कट वाला यह हीरा हल्के नीले-हरे रंग का है। इसका वज़न 140.6 कैरेट है। इसकी तुलना में कोहिनूर हीरे का वजन महज 105.6 कैरेट है। ये हीरा 1887 में लूव्र को दिए जाने से पहले फ्रांसीसी शाही संग्रह का हिस्सा था।
रीजेंट डायमंड: जो अपने आप में है अभिशाप
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक ये हीरा 1698 में गोलकुंडा की खदानों में मिला था। उस समय इसका वजन करीब 426 कैरेट थे। एक किंवदंती के अनुसार, जिस व्यक्ति को ये हीरा मिला था, उसने हीरे की तस्करी के लिए अपने पैर में चीरा लगवाया था। मैरी क्लेयर की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि उस व्यक्ति ने देश से भागने के लिए एक समुद्री कप्तान से मदद मांगी थी, बदले में उसे आधा मुनाफा देना की बात तय की गई थी, लेकिन बीच रास्ते में ही उसकी हत्या कर दी गई।
बाद में इस हीरे पर तत्कालीन मद्रास गवर्नर थॉमस पिट की नज़र पड़ी। इसे 1704 और 1706 के बीच इंग्लैंड में तराशा गया और 1717 में फ्रांस के रीजेंट फिलिप डी'ऑरलियन्स के अनुरोध पर शाही महल में रखा गया। उस दौरान रीजेंट हीरा पश्चिम का सबसे खूबसूरत हीरा बन गया। गुणवत्ता और तराश के मामले में आज भी सर्वश्रेष्ठ हीरों में से एक माना जाता है। ऐसा कहा जाता रहा है ये हीरा 'शापित' था, जिसके पास भी ये रहा उसकी हत्या हो गई। इतिहास को गौर से देखने पर भी ये बात सही साबित होती है।
कई शाही ताजों की शान बना रीजेंट डायमंड
रीजेंट डायमंड कई शाही ताजों की शान बना। लुई XV ने इसे 1721 में एक स्वागत समारोह में और फिर 1722 में अपने राज्याभिषेक के समय अपने मुकुट पर पहना था। साल 1775 में इस हीरे को लुई सोलहवें के मुकुट पर स्थान मिला, जिसे बाद में उनकी टोपी में लगा दिया गया। 1792 में ये हीरा चोरी हो गया जो 1793 में एक फ्रेम में मिला।
इसे 1801 में नेपोलियन बोनापार्ट कई बार गिरवी रखा गया था। 1812 में सम्राट नेपोलियन प्रथम की तलवार के आभूषणों का हिसा बना। फ्रांस में जैसे-जैसे शासन बदलता गया, रीजेंट हीरा लुई XVIII, चार्ल्स X और नेपोलियन III के मुकुटों पर देखा गया और बाद में नेपोलियन III की पत्नी महारानी यूजनी के ग्रीक मुकुट की शोभा बढाता रहा।
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