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    Taiwan Elections 2024: ताइवान में आम चुनाव की तैयारियां पूरी, अमेरिका और चीन सहित अन्य देशों की पैनी नजर

    मैदान में प्रमुख रूप से दो पार्टियों के बीच मुकाबला है। पहला डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) जिसका झुकाव अमेरिका की ओर है दूसरा कुओमिनटांग (केएमटी) पार्टी। एक अन्य पार्टी ताइवान पीपल पार्टी (पीपीटी) है। केएमटी का झुकाव बीजिंग की ओर है। डीपीपी देश में पिछले आठ वर्षों से सत्ता पर काबिज है।बीजिंग के खतरे के अलावा भी वोटर के सामने कई अन्य मुद्दे हैं।

    By Shalini Kumari Edited By: Shalini Kumari Updated: Fri, 12 Jan 2024 05:18 PM (IST)
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    ताइवान में शनिवार को होंगे आम चुनाव

    एएनआई, ताइपे। ताइवान में शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव होंगे। मतदान सुबह आठ बजे शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगा। मतदाता बैलेट पेपर का इस्तेमाल करेंगे। मतदान पूरा होने के बाद इसकी गिनती शुरू हो जाएगी।

    दो पार्टियों के कड़ा मुकाबला

    देश में 1.95 करोड़ लोग मतदान के लिए पंजीकृत हैं। पिछले दो मतदानों का आंकड़ा देखें तो वोटिंग प्रतिशत अपेक्षाकृत अधिक रहा है, जहां वर्ष 2016 में यह 66.27 प्रतिशत था, वहीं 2020 में यह 74.9 प्रतिशत रहा। मैदान में प्रमुख रूप से दो पार्टियों के बीच मुकाबला है।

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    पहला डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) जिसका झुकाव अमेरिका की ओर है, दूसरा कुओमिनटांग (केएमटी) पार्टी। केएमटी का झुकाव बीजिंग की ओर है। डीपीपी देश में पिछले आठ वर्षों से सत्ता पर काबिज है।

    वर्तमान राष्ट्रपति का दो कार्यकाल पूरा

    इसके अलावा, एक अन्य पार्टी ताइवान पीपल पार्टी (पीपीटी) है। चुनाव पर अमेरिका और चीन के साथ ही विश्वभर की नजर है। वर्तमान राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने अपना दो कार्यकाल पूरा कर लिया है। चुनाव में आगे चल रहे डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के उम्मीदवार लाइ चिंग ते का चीन विरोध कर रहा है।

    वह देश की स्वतंत्रता के समर्थक माने जाते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उनके जीतने की स्थिति में तनाव बढ़ सकता है। चीन ने ताइवान के मतदाताओं से कहा है कि वह शांति और युद्ध में से एक को चुनें।

    ताइवान की जनता के सामने कई समस्याएं

    बीजिंग के खतरे के अलावा भी वोटर के सामने कई अन्य मुद्दे हैं। इनमें महंगे आवास और धीमी होती अर्थव्यवस्था शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन चुनाव के बाद गैर आधिकारिक तौर पर वहां पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी भेजने की योजना बना रहे हैं।

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