अमेरिका में मिड टर्म चुनाव के चलते सियासत तेज, सर्वे रिपोर्ट ने ट्रंप और बाइडन को चिंता में डाला
अमेरिका में मिड टर्म चुनाव के चलते सियासत तेज हो गई है। वर्ष 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए ये मिड टर्म चुनाव काफी अहम माना जा रहा है। हार्वर्ड सीएपीए हैरिस सर्वे की यह रिपोर्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए चिंता में डाल सकती है।

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में मिड टर्म चुनाव के चलते सियासत तेज हो गई है। वर्ष 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए ये मिड टर्म चुनाव काफी अहम माना जा रहा है। हार्वर्ड सीएपीए हैरिस सर्वे की यह रिपोर्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए चिंता में डाल सकती है। इस चुनाव को राष्ट्रपति चुनाव के पूर्व सेमीफाइन के रूप में देखा जा रहा है।
इस सर्वे के 2024 में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार के रूप में डोनाल्ड ट्रंप एंव मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन का ग्राफ काफी नीचे आया है। इस सर्वे में बाइडन को 67 फीसद और 57 लोग राष्ट्रपति के रूप में दोबारा नहीं चाहते। इसके चलते ट्रंप और बाइडन की साख दांव पर लगी है। इस सर्वे में अमेरिकी जनता का एक बड़ा तबका राष्ट्रपति चुनावों में इन दोनों नेताओं को शीर्ष पदों पर नहीं देखना चाहता। अधिकतर अमेरिकी तीसरे विकल्प को तलाशने में है।
सर्वे के मुताबिक 67 फीसद लोगों का कहना है कि बाइडन को दोबारा राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। सर्वे 33 फीसद लोगों ने बाइडन को एक खराब राष्ट्रपति बताया। 57 फीसद लोगों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप को भी राष्ट्रपति चुनाव में नहीं खड़ा होना चाहिए। एक डेमोक्रेटिक नेता नई पीढ़ी के नेतृत्व के पक्ष में है। 19 डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर तटस्थ रहे। उधर, बाइडन राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं।
मैरीलैंड के गवर्नर लैरी होगन का कहना है कि रिपब्लिकन पार्टी के कई मतदाता और अमेरिकी जनता की एक बड़ी तादाद इस गंदी सियासत से उब चुकी है। अमेरिकी जनता अब अमेरिकी सियास को एक नई दशा और दिशा में देखने की इच्छुक है। उधर, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए संकल्पित हैं।
इस सर्वे में बाइडन की लोकप्रियता में कमी आई है। इसके लिए देश में बढ़ते ईंधन के दाम और कोरोना कुप्रबंधन को जिम्मेदार माना गया है। इसके अलावा बाइडन के मध्यमार्गी सोच की भी निंदा की गई है। बाइडन की उम्र को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। बाइडन नंवबर में 80 वर्ष के हो जाएंगे।
ट्रंप पर नस्लवाद के आरोप है। ट्रंप पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप है। इसके अलावा कैपिटल हिंसा में देश की छवि बिगाड़ने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। इस सर्वे में कहा गया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और कैलीफोर्निया के गवर्नर न्यूसम राष्ट्रपति के दावेदार हो सकते हैं। रिपब्लिक पार्टी की ओर से भारतवंशी निक्की हेली और पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस दावेदार हो सकते हैं।
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